सूत्र
( Sutra )
प्रयास तो करना हि होगा सफल होने तक
सौ से पहले गिनती पुरी नही होती
बिना पूरा मूल्य चुकाये
दुकानदार सामान नही देता
अधूरा ज्ञान और अधूरा अनुभव
उपहास का कारण बनते हैं
अवसर की समझ और समय की कद्र
किये बिना, आपका मूल्य कुछ नहीं
वक्त और मौत
बताकर कभी नही आते
उनके लिए तो अनुमान और समझ हि
जरूरी है
देखकर काबिलियत आंकी नही जाती
उसे सिद्ध भी करना होता है
आप क्या हैं कौन और कहाँ हैं
यह मायने नहीं रखता
कर क्या सकते हैं
पहचान उसी से होती है
पुरखों ने घी दूध खाया था
या शेर से लड़े थे
यह उनकी अपनी बात थी
आपकआपको अपनी बात हि रखनी होगी
सफलता का यही सूत्र है
( मुंबई )
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