वाहवाही लूटने लगे | Kavita vaahavaahi lootane lage

वाहवाही लूटने लगे ( Vaahavaahi lootane lage )   छा गए बड़े मंच पर लेकर शब्दों के माया जाल। हथकंडों से शोहरत पा छवि बनाई बड़ी कमाल।   वाकपटुता के...

धरती माँ | Chhand dharti maa

धरती माँ ( Dharti Maa )   धरती मांँ धरती माँ, लाल को लोरी सुना दो। लड़े समर में वीर, प्यार दो दुलार दो माँ।   शूरवीर महारथी, योद्धा जांबाज सिपाही। मातृभूमि चरणों में, लाडलो...

सिंगर इशिता विश्वकर्मा | Poem Singer Ishita Vishwakarma

सिंगर इशिता विश्वकर्मा ( Singer Ishita Vishwakarma )जबलपुर का अभिमान् हो तुम   1.इशिता हो तुम आसमान,जबलपुर की हो तुम शान | बडे-बडे दिग्गज को दी टक्कर,तुमने पाया...

अखियां लड़ गई | Geet akhiyan lad gayi

अखियां लड़ गई ( Akhiyan lad gayi )   अखियां लड़ गई भरे बजार दिल को करार आया। उनको देखा पहली बार दिल को मेरे प्यार आया। अखियां लड़...

सिया के राम | Poem Siya Ke Ram

सिया के राम ( Siya Ke Ram )   सिया के राम जन्म लेकर, पतित का नाश करेगे अब। ताड़का खर दूषण के संग, नाराधम मारेगे वो अब।   धरा...

निबंध : सामाजिक आर्थिक विकास में गैर सरकारी संगठनों की भूमिका

सामाजिक आर्थिक विकास में गैर सरकारी संगठनों की भूमिका ( Role of NGOs in Socio-Economic Development : Essay in Hindi )   प्रस्तवना :- सरकार और गैर सरकारी...

चांद फिर निकला | Poem chand phir nikla

चांद फिर निकला ( Chand phir nikla )   चांद फिर निकला है लेकर रवानी नई। मधुर इन गीतों ने कह दी कहानी नई।   बागों में बहारें आई कली...

रोज़ बदलता है इंसान | Ghazal roz badalta hai insaan

रोज़ बदलता है इंसान  ( Roz badalta hai insaan )   रोज़ बदलता है इंसान भी हालात के साथ जैसे कि बदलते हो दिन कोई रात के साथ।   कर...

तपती दोपहरी | Poem tapti dopahar

तपती दोपहरी ( Tapti dopahar )   सन सन करती लूऐ चलती आसमां से अंगारे। चिलचिलाती दोपहरी में बेहाल हुए पंछी सारे।   आग उगलती सड़कें चौड़ी नभ से ज्वाला...

गाँव | Gaon par chhand

गाँव ( Gaon )मनहरण घनाक्षरी   टेडी मेडी पगडंडी, खलिहानों की वो क्यारी। ठंडी-ठंडी बहारों में, गांव चले आइए।   मीठे मीठे बोल मिले, सद्भाव प्रेम गांव में। हरे भरे पेड़ पौधे, ठंडी छांव...