हद कर दी आपने | Geet had kar di aapne
हद कर दी आपने
( Had kar di aapne )
वादे प्रलोभन भारी, नित्य नियम बदले सरकारी।
नेताओं की लीला न्यारी, चमचे आला अधिकारी।
हद कर दी आपने,...
हिन्दू राष्ट्र | Kavita Hindu Rashtra
हिन्दू राष्ट्र
( Hindu rashtra )
इसे राम मन्दिर का ना बस निर्माण समझो,
यह स्वर सनातन सत्य का आधार है।
हम हिन्दू है आर्यो के वशंज भारतीय,
भय...
सनातन नववर्ष | Poem sanatan nav varsh
सनातन नववर्ष
( Sanatan nav varsh )
हर हर महादेव गूंजे सब रामनाम जय कार करे।
श्रद्धा और विश्वास भरकर हर हिंदू हूंकार भरे।
वर्ष नया हो हर्ष...
उपवास | Upwas chhand
उपवास
( Upwas )मनहरण घनाक्षरी
नेम धर्म व्रत करे
विश्वास श्रद्धा भाव से
प्रभु सुमिरन कर
उपवास कीजिए
जब तप योग ध्यान
सर्व शक्ति हरि मान
दुर्गुण दोष मन से
त्याग सुधा दीजिए
मन...
धरती के भगवान | Kavita dharti ke bhagwan
धरती के भगवान
( Dharti ke bhagwan )
आज धरा पर उतर आए धरती के भगवान।
मारना नहीं काम हमारा हमतो बचाते जान।
जीवनदाता जनता का कातिल कैसे...
गणगौर | Kavita gangaur
गणगौर
( Gangaur )
शिव गौरी की पूजा होती ईसर गणगौर मनाती है।
अखंड सौभाग्य दे माँ कन्या मनचाहा वर पाती है।
आस्था प्रेम का पर्व भावन राजस्थान...
हिन्दू नववर्ष की हार्दिक शुभकामना | Hindu New Year Poem in...
हिन्दू नववर्ष की हार्दिक शुभकामना
( Hindi nav varsh ki hardik shubhkamnaye )
हर मस्तक पर तिलक सजे और, हर इक घर में ध्वाँजा लगे।
हर मुख ...
परहित सरिस धर्म नहिं भाई | Kavita Parhit Saris Dharam Nahi...
परहित सरिस धर्म नहिं भाई
( Parhit Saris Dharam Nahi Bhai )
मोहिनी मूरत हृदय समाई,
परहित सरिस धर्म नहिं भाई।
पीर हरे जाकी रघुवीरा,
तरहीं पार सिंधु के...
मर्यादा की हानि | Poem maryada ki hani
मर्यादा की हानि
( Maryada ki hani )
मर्यादा में बाधा पड़ी जब आधा राम ने बाली को चोरी से मारा।
सुनो रघुनाथ अनाथ क्यूं अंगद पूछत...
प्रसाद | भोग | Prasad kavita
प्रसाद | भोग
( Prasad | Bhog )
छप्पन भोग चढ़े सांवरा रुचि रुचि भोग लगाओ।
मीरा गाए भजन बैठकर प्यारे माधव मुस्काओ।
भक्ति भाव से भक्त तिहारे...