मेरे देशवासियों | Dr. Suman Dharamvir Poetry

मेरे देशवासियों हे । मेरे देशवासियों चाहिए तुम्हें क्या? मंदिर, मस्जिद, चर्च ,गुरुद्वारा और विहार ? या शांति ,चैन ,अमन खुशहाली ,और हरियाली? हे । मेरे देशवासियों चाहिए तुम्हें...

हम अपने कर्तव्य निभाएं | Kavita Hum Apne Kartavya Nibhaye

हम अपने कर्तव्य निभाएं ( Hum Apne Kartavya Nibhaye )   उठें सुबह फिर निपट नहाएं ! पोलिंग बूथ पर जाकर अपने !! अपनो के संग वोट दे...

प्रवेशोत्सव कार्यक्रम सत्र 2024-25

"प्रवेशोत्सव कार्यक्रम" सत्र 2024-25   अब कदम बढ़ने लगें,राजकीय विद्यालयों की ओर सहज सरस शिक्षण अधिगम, भौतिक सुविधा युक्त परिवेश । शिक्षा संग सुसंस्कार अनुपमा, नवाचार प्रविधि कक्षा समावेश । मोहक...

हवा में उड़ा दीजिए | Ghazal Hawa mein Uda Dijiye

हवा में उड़ा दीजिए  ( Hawa mein Uda Dijiye )   साज़े-दिल पर ग़ज़ल गुनगुना दीजिए शामे-ग़म का धुँधलका हटा दीजिए ग़म के सागर में डूबे न दिल...

सतपाल भीखी : विचार धारा और मानवीय मूल्यों से जुड़ा संवेदनशील...

मूल पंजाबी कविता --- सतपाल भीखी अनुवाद --- डॉ. जसप्रीत कौर फ़लक सतपाल भीखी पंजाबी काव्य क्षितिज के एक जगमगाते सितारे हैं। उनकी कविताएं विचारधारात्मक प्रौढ़ता...

उगता सूरज | Kavita Ugta Suraj

उगता सूरज ( Ugta Suraj )   उगता सूरज हम सबको बस यही बताता है! हार न मानें ढलके भी फिर से उग आना है!! विमुख नहों कर्मों से अपने कभी...

रात भर | Kavita Raat Bhar

रात भर ( Raat Bhar )   आकर भी आप करीब ठहरे नहीं क्यों पल भर बढ़ी धड़कनों में चलती रही हलचल रात भर गुजरती रही रात ,फ़लक...

अक्षय तृतीया : आखा तीज

अक्षय तृतीया : आखा तीज   अक्षय तृतीया पर्व पर इस जीवन को पावन बनाये । पापों व तापों के हैं घेरे उनको ढहाते हुए चले । संसार...

डॉक्टर भीमराव अंबेडकर: राष्ट्र निर्माता एवं दलितों के मशीहा

प्रस्तावना: भारतीय समाज के उत्थान और समानता के चिर स्मरणीय स्तम्भ के रूप में भीमराव अंबेडकर का नाम हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने न केवल...

तिरंगा काव्य मंच पर साहित्य उत्सव: कुंवर वीर सिंह और विनय...

दिनांक 30/04/2024 को तिरंगा काव्य मंच पर 46वें कवि सम्मेलन में कोलकाता से वरिष्ठ साहित्यकार श्री कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड जी की अध्यक्षता और...