Monthly Archives: October 2020
हर घड़ी ग़म तेरे उठाने है
हर घड़ी ग़म तेरे उठाने है
हर घड़ी ग़म तेरे उठाने है
अश्क आंखों से अब गिराने है
तोड़ी सारी रस्में उसी ने थी
वादे फ़िर भी हमें...
शरद का चाँद
शरद का चाँद
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शरद का चाँद लिए दिखा आज अंबर,
चांदनी में नहाया जग दिख रहा अतिसुंदर।
जगमगा रहा जग सारा रौशनी में नहाकर,
कभी छत तो कभी...
हाथ में वरना मेरे ख़ंजर नहीं
हाथ में वरना मेरे ख़ंजर नहीं
हाथ में वरना मेरे ख़ंजर नहीं!
दुश्मनों के छोड़ता मैं सर नहीं
कट रही है जिंदगी फुटफाट पे
मासूमों पे सोने को...
हाँ वो कितनी कली देखो हसीन है
हाँ वो कितनी कली देखो हसीन है
हाँ वो कितनी कली देखो हसीन है!
अल्लाह की क़सम वो बहतरीन है
अल्लाह दिल से उसको ही भुला दें...
दिलों को तोड़ने वाले कहां इंसान होते है
दिलों को तोड़ने वाले कहां इंसान होते है
दिलों को तोड़ने वाले कहां इंसान होते है।
नहीं ईंसानियत की वो कभी पहचान होते है।।
लगाकर ठेस वो...
आये हो जब से तुम मेरी जिंदगी में
आये हो जब से तुम मेरी जिंदगी में
आये हो जब से तुम मेरी जिंदगी में
भूल गया हूँ दर्द ग़म सब ख़ुशी में
बोलकर क्या मैं...
बारिश की बूंदें
बारिश की बूंदें
ऐसी बरसी थीं मुझ पर
कल बारिश की बूंदें
बरसा था मुझ पर
तुम्हारा प्यार जैसे
मिट गईं खलिश
मिट गईं दूरियां
एहसासों से मेरे
कर गई साजिशें
ऐसी बरसी...