Monthly Archives: October 2020

हर बशर जी रहा दर्द छुपाए हुए

हर बशर जी रहा दर्द छुपाए हुए   हर    बशर   जी    रहा  दर्द   छुपाए  हुए। ग़म   किसी   भी  तरह  से  भुलाए  हुए।।  दाग़  किसको  दिखाएं  ना  आता  समझ। सब  ...

प्यार से मां बना रही रोटी

प्यार से मां बना रही रोटी    प्यार से मां बना रही रोटी हाँ खिलाती उल्फ़त भरी रोटी  हो रही मां गुस्सा बहुत मुझसे खा गया है कोई सभी...

मुझे मुहब्बत की वह ज़माना याद है

मुझे मुहब्बत की वह ज़माना याद है    मुझे मुहब्बत की वह ज़माना याद है तुम्हारा हम से रूठ जाना याद है  तुम्हे याद हो के ना उसका...

सुनहरे पल

सुनहरे पल ( हाइकु ) 1 आऐ है सुनहरे पल  जीवन से ढ़ल गये ग़म  बरसा ख़ुशी का जल   2 दें आया फूल उसे कल प्यार में उसके मेरा दिल हुआ चंचल3 हो...

रक्त बीज ( फिल्म स्क्रिप्ट )

रक्त बीज ( फिल्म स्क्रिप्ट ) एक मॉल मे प्रिन्टेड कपडे खरीदतीं तीन सहेलियों के साथ उनके तीन मंगेतर,बॉय फ्रेंड,हंसी-मजाक के साथ खाना खाया |अगले...

दिवाली फिर आई | Deepawali kavita in Hindi

दिवाली फिर आई 1 हर दिल अज़ीज, सदियों पुरानी, त्यौहारों की रानी, दिवाली फिर आई। 2 उर्ध्वगामी लौ से, सतत विकास करने, पुरातन को शोधने, दिवाली फिर आई। 3 ज्ञान के आलोक से, अज्ञान-तम मिटाती, हृदय ज्ञान जगाती, दिवाली...

खादी एक शान है | Khadi

खादी एक शान है   खादी एक शान है, खादी एक सम्मान है। स्वाभिमान है खादी, खादी एक सद विचार है। देसी धागों से बना हुआ, देश प्रेम मे सना। रेशम के...

गांधी बनना आसान नहीं

गांधी बनना आसान नहीं ******* गांधी बनने को, गांधी का धर्म- गांधी का कर्म निभाना होगा, सत्य अहिंसा को भी अपनाना होगा। आज ! इस मार्ग पर चलना आसान नहीं, गांधी बनना...

घूंघट न होता तो कुछ भी न होता

घूंघट न होता तो कुछ भी न होता   न सृष्टि ही रचती न संचार होता। घूंघट न होता तो कुछ भी न होता। ये धरती गगन चांद...

गांधी बनना है आसान

गांधी बनना है आसान ***** गांधी बनना है आसान, सुन लो भैया खोलकर कान। अब भी ना तुम बनो नादान, गांधी बनना है आसान। बस करना है तुम्हें दस काम, फिर...