Monthly Archives: October 2022
दिवाली | Diwali ke upar poem
दिवाली
( Diwali )
तेरी भी दिवाली है, मेरी भी दिवाली है,
जब दीप जले मन का, तब सबकी दिवाली है।
सरहद पे दिवाली है, पर्वत पे दिवाली...
लो आई जगमग दिवाली | Diwali ke geet
लो आई जगमग दिवाली
( Lo aayi jagmag diwali )
लो आई जगमग दिवाली दीप जले घर आंगन में।
खुशियों भरी बहारें आई फूल खिले हर आंगन...
शुभ दीपावली | Shubh dipawali
शुभ दीपावली
( Shubh dipawali )
कृपा करें सब देवियॉं,लक्ष्मी,करे विशेष।
सब देवों के संग में,भजिए प्रथम गणेश।
ज्योतिर्मय संसार हो,फैले पुण्य प्रकाश।
नयन न कोई अब करे, सूरज-चॉंद...
दीपावली की जगमग | Deepawali ki Poem
दीपावली की जगमग
( Deepawali ki jagmag )
सजी दीपमाला उजाला है घर में
झालरों की रोशनी चमकती नगर में।
जगमग जहां आज लगता है सारा
बहारों में खुशबू...
दीपावली शुभकामना | Diwali shubh kamna
दीपावली शुभकामना
( Deepawali shubh kamna )
सम्बन्धों के दीप जलाये
तुमने देकर प्यार
मेरे घर आँगन में करते
रहे सदा उजियार !
सारे जीवन यह अपनापन
बना रहे हममें
दुनिया को...
उजालों की तरफ जाना दीवाली है | Happy Diwali Hindi Poem
उजालों की तरफ जाना दीवाली है
( Ujalon ki taraf jana diwali hai )
अंधेरों से उजालों की तरफ जाना दीवाली है।
किसी की नम निगाहों में...
आन बान है आँखें | Shayari on aankhen
आन बान है आँखें
( Aan baan hai aankhen )
देखती आन बान है आँखें
इश्क़ की वो ज़ुबान है आँखें !
किस तरह से उसे दिखा दूँ...
दीपावली पर कविता | Diwali Kavita in Hindi
दीपावली पर कविता
( Diwali par kavita )
जुगनू सा जले दीप तो समझो दिवाली हैमन में जगे जब प्रीति तो समझो दिवाली हैदुश्मन हो या...
आती नहीं दिवाली कभी हमारे घर | Diwali par kavita in...
आती नहीं दिवाली कभी हमारे घर
( Aati nahi diwali kabhi hamare ghar )
आती नहीं दीवाली तुम क्यों, कभी हमारे छोटे घर।
हर बार तुम क्यों...
हाँ साथ में मेरे होता जो निकाह तेरा | Nikaah shayari
हाँ साथ में मेरे होता जो निकाह तेरा
( Haan saath mein mere hota jo nikaah tera )
हाँ साथ में मेरे होता जो निकाह तेरा
मैं...