पारस | Poem on paras

पारस ( Paras )   करामात होती पारस में जब लोहे को छू लेता है। कुदरत का खेल निराला धातु स्वर्ण कर देता है।   छूकर मन के तारों को...

जायज | Jayaz

जायज ( Jayaz )    विरोध के लिए ही विरोध होना जायज नहीं विरोध योग्य हो तो विरोध भी जरूरी है सत्य है हर आदमी हर कहीं सही नही...

दर्द अपने सनम | Kavita Dard Apne Sanam

दर्द अपने सनम ( Dard Apne Sanam ) दर्द अपने सनम पराए क्यों हो गए। रिश्ते हमने है निभाए क्यों खो गए। पीर पर्वत से भारी हुई...

लड़खड़ाये आज फिर | Ladkhadaye aaj Phir

लड़खड़ाये आज फिर  ( Ladkhadaye aaj phir )    लड़खड़ाये आज फिर ये क्या हो गया। संभाल न पाया आज ये क्या हो गया। धीरज रहा न धर्म बचा...

लालच के दुष‌‌‌ परिणाम | Lalach par Kavita

लालच के दुष‌‌‌ परिणाम ( Lalach ke dushparinam )   सभी की नस- नस में दौड़ता ख़ून हो रहा पानी, जिंदगी खेलती उसी से जो बेहतर हो खिलाड़ी। लालच...

चांद तू जल्दी आना | Karwa Chauth Special

चांद तू जल्दी आना ( Chand tu jaldi aana : Karwa Chauth Special )   चांद तुम जल्दी आना रस सुधा बरसाना धवल चांदनी प्यारी चांद लगे सुहाना   सोलह सिंगार गोरी प्रीत...

शीतला माता | Sheetla Mata par Kavita

शीतला माता ( Sheetla Mata )   जय जय जय देवी शीतला हमारी माता, यह पर्व होली के सात दिनों बाद आता। आदि ज्योति रानी आशीर्वाद रहें हमेंशा, बासी...

दीपावली शुभकामना | Diwali shubh kamna

दीपावली शुभकामना ( Deepawali shubh kamna )   सम्बन्धों के दीप जलाये तुमने देकर प्यार मेरे घर आँगन में करते रहे सदा उजियार !   सारे जीवन यह अपनापन बना रहे हममें दुनिया को...

बरसात आ गई | Barsaat aa gayi | Kavita

 बरसात आ गई  ( Barsaat aa gayi )   बरसात आ गई.........|| 1.बरसात आ गई, सारे मेढकों की मौज हो गई | टर्र-टर्र की आवाज, सुन्दर सुर की खोज...

औरतों की मंडी | Auraton ki Mandi

औरतों की मंडी ( Auraton ki mandi )   भारत देश के मध्य प्रदेश में औरतों की मंडी लगती है जहां औरतें जानवरों की तरह खरीदी और बेंची जाती हैं खरीदने...