पारस | Poem on paras
पारस
( Paras )
करामात होती पारस में जब लोहे को छू लेता है।
कुदरत का खेल निराला धातु स्वर्ण कर देता है।
छूकर मन के तारों को...
जायज | Jayaz
जायज
( Jayaz )
विरोध के लिए ही विरोध होना जायज नहीं
विरोध योग्य हो तो विरोध भी जरूरी है
सत्य है हर आदमी हर कहीं सही नही...
दर्द अपने सनम | Kavita Dard Apne Sanam
दर्द अपने सनम
( Dard Apne Sanam )
दर्द अपने सनम पराए क्यों हो गए।
रिश्ते हमने है निभाए क्यों खो गए।
पीर पर्वत से भारी हुई...
लड़खड़ाये आज फिर | Ladkhadaye aaj Phir
लड़खड़ाये आज फिर
( Ladkhadaye aaj phir )
लड़खड़ाये आज फिर ये क्या हो गया।
संभाल न पाया आज ये क्या हो गया।
धीरज रहा न धर्म बचा...
लालच के दुष परिणाम | Lalach par Kavita
लालच के दुष परिणाम
( Lalach ke dushparinam )
सभी की नस- नस में दौड़ता ख़ून हो रहा पानी,
जिंदगी खेलती उसी से जो बेहतर हो खिलाड़ी।
लालच...
चांद तू जल्दी आना | Karwa Chauth Special
चांद तू जल्दी आना
( Chand tu jaldi aana : Karwa Chauth Special )
चांद तुम जल्दी आना
रस सुधा बरसाना
धवल चांदनी प्यारी
चांद लगे सुहाना
सोलह सिंगार गोरी
प्रीत...
शीतला माता | Sheetla Mata par Kavita
शीतला माता
( Sheetla Mata )
जय जय जय देवी शीतला हमारी माता,
यह पर्व होली के सात दिनों बाद आता।
आदि ज्योति रानी आशीर्वाद रहें हमेंशा,
बासी...
दीपावली शुभकामना | Diwali shubh kamna
दीपावली शुभकामना
( Deepawali shubh kamna )
सम्बन्धों के दीप जलाये
तुमने देकर प्यार
मेरे घर आँगन में करते
रहे सदा उजियार !
सारे जीवन यह अपनापन
बना रहे हममें
दुनिया को...
बरसात आ गई | Barsaat aa gayi | Kavita
बरसात आ गई
( Barsaat aa gayi )
बरसात आ गई.........||
1.बरसात आ गई, सारे मेढकों की मौज हो गई |
टर्र-टर्र की आवाज, सुन्दर सुर की खोज...
औरतों की मंडी | Auraton ki Mandi
औरतों की मंडी
( Auraton ki mandi )
भारत देश के मध्य प्रदेश में
औरतों की मंडी लगती है
जहां औरतें जानवरों की तरह
खरीदी और बेंची जाती हैं
खरीदने...