आम के आम गुठलियों के दाम | Kavita Aam ke Aam
आम के आम गुठलियों के दाम
( Aam ke Aam guthliyon ke daam )
आम के आम हो जाए, गुठलियों के दाम हो जाए।
अंगुली टेड़ी...
पिता का अस्तित्व | Kavita Pita ka Astitva
पिता का अस्तित्व
( Pita ka Astitva )
पिता पी ता है गम जिंदगी के
होती है तब तैयार कोई जिंदगी
गलकर पी जाता है स्वप्न पिता
बह...
परिवार सब टूट रहे हैं
परिवार सब टूट रहे हैं
संस्कार छूट रहे हैं कुटुंब परिवार सब टूट रहे हैं।
संदेह के घेरे फूट रहे हैं अपने हमसे रूठ रहे हैं।
घर-घर...
विश्व पृथवी दिवस | Kavita Vishwa Prithvi Divas
विश्व पृथवी दिवस
( Vishwa Prithvi Divas )
पृथ्वी या पृथिवी या मानो विशाल धरा
बसता इसके ऊपर ही सृष्टि हरा भरा
भू भूमि वसुधा कहो या...
रीड योर वे , आनंद का परम स्पंदन | Kavita Read...
रीड योर वे , आनंद का परम स्पंदन
पुस्तक आभा मनोहारी,
उरस्थ शीतलता प्रदायक।
तृप्त कर जिज्ञासा पटल,
अभिव्यक्ति प्रेरणा नायक ।
शब्द भाव सरित वाहिनी,
नित्य शुभता मानस मंडन...
सुन रही हो माँ | Sunn Rahi ho Maa
सुन रही हो माँ
( Sunn Rahi ho Maa )
देखो माँ ,
हर वर्ष मातृ दिवस पर
तुम्हारा गुणगान किया जाता है,
उस एक दिन में,
भर...
मन तो मन है | Kavita Man to Man Hai
मन तो मन है
( Man to Man Hai )
मन तो मन है, पर मेरे मन!
मान, न कर नादानी।
वल्गाहीन तुरंग सदृश तू,
चले राह मनमानी।
रे मन!
मान,...
महाराणा प्रताप जयंती 2024 | Maharana Pratap Jayanti 2024
महाराणा प्रताप जयंती 2024
( Maharana Pratap Jayanti 2024 )
धन्य हुआ रे राजस्थान, जो जन्म लिया यहां प्रताप ने।
धन्य हुआ रे सारा मेवाड़, जहां कदम...
.रौद्र रस | Raudra Ras Kavita
.रौद्र रस
( Raudra Ras )
मन करता है कभी, ज़ुबां के ताले अब खोल दूँ,
है दुनिया कितनी मतलबी जाके उनको बोल दूँ,
उतार फेंकूँ उनके चेहरे...
गर्म हवाएं | Kavita Garm Hawayen
गर्म हवाएं
( Garm Hawayen )
बह रही हवाएं गर्म हैं
मुश्किल है लू से बचकर रहना
एक छत हि काफी नहीं
तुम भी जरा संभलकर चलना
उमस भरा...