हिस्से की शय | Laghu Katha Hisse ki Shay

वे तीन भाई थे। मझले पक्के शराबी और जिद्दी। छोटे वाले स्नातक और अपने कर्मों के भरोसेमंद । सबसे बड़े अध्यापक , पक्के कर्मकांडी, मगर बेहद चालाक। बड़े...

दो और दो पांच | लघुकथा सह आत्मकथा

कहते है कि मजाक में भी कहावते सच हो जाती है। सोचो कैसे चलो चलते है लगभग 5 वर्ष पहले जब मेरे ससुराल में...

“Kidnap”- एक क्राइम कथा

मेरे तैयार होते ही एक कॉल आया और सामने से आवाज आई! प्लीज मुझे बचा लो यह लोग मुझे मार डालेंगे!मैं आवाज पहचान नहीं...

लघु कथा सुकून | Laghu Katha Sukoon

सीता पेपर देने अपने पति के साथ भोपाल आई थी। पेपर अच्छा रहा लौटते समय एक सुलभ कांप्लेक्स के सामने गाड़ी रोक कर सीता...

श्री राम | Shri Ram

श्री राम ( Shri Ram )   कौशल्या के सुत,दशरथ नंदन आए अवध की नगरी श्री राम बोलो श्री राम राम राम, श्री राम राम राम श्री राम राम राम...

अवध में श्रीराम | Avadh me Shri Ram

अवध में श्रीराम ( Avadh me Shri Ram )   धन्य धन्य हुई अवधपुरी है स्वर्णिम से ये नज़ारे हैं, जग के पालनहारे रघुवर भव्य मंदीर में पधारे...

एक आस अब भी | Kahani Ek Aas Ab Bhi

सुदेश जी का अपना बसा बसाया कारोबार हो चुका है जिंदगी एक प्रकार से सेटल हो गई इसके लिए उन्होंने बहुत बड़ी कीमत चुकानी...

एक हंसती हुई लड़की | Kahani Ek Hansti Hui Ladki

लोग उसे बातूनी कहते हैं। कभी-कभी तो उसकी सहेलियां उसे निरी पागल तक कह कर चिढ़ाती हैं। ऐसा कहने पर भी चिढ़ने की जगह...

माई का आशियाना | Mai ka Ashiyana

एक माई थी। जिसका अपना कच्चा मकान टूट कर गिर गया था। उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि घर को बना सके। जिसके...

मुट्ठी भर गुलाल | Laghu Katha Mutthi Bhar Gulal

"आओ सोमेश्वर आओ, आज होली का दिन है। जब तक जिंदगी है तब तक तो मालिक और मजदूर चलता ही रहेगा। लेकिन बैठो, मालपुए...