हिंदी हममें कहां तक

इधर,हर विशेष दिवसों की तरह हिंदी दिवस पर भी खूब लिखा गया,सभी रचना कारों ने , शिक्षक समाज ने , विद्यार्थियों ने, यहां तक...

पहाड़ों की दास्तां और गांव में रास्ता

तुम मिलकर मुझे तोड़ो मैं तुम सबके लिए अकेला ही काफी हूं।पहाड़ों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर तुम अपना रास्ता निकाल लेते हो कभी...

मैत्रेयी पुष्पा के उपन्यासों में स्त्री-जीवन के चित्र

मैत्रेयी पुष्पा के उपन्यासों में स्त्री-जीवन के चित्र  स्त्री सदैव ही अपनी अस्मिता को लेकर आवाज उठाती रही है। यह बात और है कि इस...

बदला | Dr. Preeti Singh Parmar Ki Kalam Se

बदला ( Badla ) फेसबुक पर एक पड़ी हुई पोस्ट देख कर आश्चर्य हुआ सामान्य जाति की मां के बने हुए हाथ के बने हुए भोजन...

सनातन धर्म और वैज्ञानिक दृष्टिकोण

परम आदरणीय सुधीजनो सादर प्रणाम आज मैं जिस विषय पर अपना चिंतन आप सभी के समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूं जिसमे आम लोगो के मन...

डॉक्टर भीमराव अंबेडकर: राष्ट्र निर्माता एवं दलितों के मशीहा

प्रस्तावना: भारतीय समाज के उत्थान और समानता के चिर स्मरणीय स्तम्भ के रूप में भीमराव अंबेडकर का नाम हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने न केवल...

अच्छा समाज कैसे हो संभव ?

जब तक हम नहीं सुधरेंगे तब तक एक अच्छे समाज का निर्माण संभव नहीं। जब आप गलत होते हुए भी अच्छा बनने का नाटक...

संत गंगादास | वह संत जिसने लक्ष्मीबाई को मुखाग्नि दी

कहा जाता है कि संतों का राजकाज से क्या नाता? परंतु कुछ विरले संत ऐसे भी होते हैं जो अपने कार्यों के द्वारा राजसत्ता...

साड़ी | Saree

साड़ी दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं भारत में साड़ी का आगमन बानभट्टा द्वारा रचित कदंबरी और प्राचीन तमिल कविता सिलप्पाधिकरम में भी साड़ी पहने महिलाओं का...

शोर | Shor

शोर ( Shor ) बिरहा की लंबी साधना के बाद प्रिय के साक्षात दर्शन होंगे। मन के किसी कोने में एक अज्ञात सुख की वर्षा होगी...