बेटी और पिता | Beti aur pita par kavita
बेटी और पिता
( Beti aur pita : Kavita )
एक बेटी के लिए दुनिया उसका पिता होता है
पिता के लिए बेटी उसकी पूरी कायनात होती...
भ्रम | Poem bhram
भ्रम
( Bhram )
जो गति मेरी वो गति तेरी,जीवन भ्रम की छाया है।
नश्वर जग ये मिट जाएगा, नश्वर ही यह काया है।
धन दौलत का मोह...
सोशल मीडिया | Social media par kavita
सोशल मीडिया
( Social media )
सोशलमीडिया भी है अपना ये प्यारा सा परिवार,
जिससे जुड़े है भाई बहन और माॅं बाप रिश्तेदार।
बेशक खोज जारी रखें अपनी...
सोनू-सूद | Sonu Sood par kavita
"️️सोनू-सूद"
( Sonu Sood )
जन-जन से उसका रिस्ता है, इंसान नहीं वो"फरिस्ता"है ||
1. एक द्रश्य देख दिल दहल उठा, उन बेसहाय् परिवारों का |
जो निकल...
भारतीय संविधान पर कविता | Poem on Indian constitution in...
भारतीय संविधान को नमन करता हूं
( Bhartiya samvidhan ko naman karta hoon )
गणतंत्र का वंदन करता चले लोकतंत्र सरकार
भारतीय संविधान को नमन करता हूं...
विरह | Poem in Hindi on Virah
विरह
( Virah )
नयन सुख ले लेने दो प्रियतम तुम जाने से पहले।
अधर रस पान करा दो सूरज उग जाने से पहले।
सुबह से वही दोपहरी...
पुरानी तस्वीर | Purani tasveer kavita
पुरानी तस्वीर
( Purani tasveer )
अतीत के पन्ने खोले पुरानी तस्वीर हमारी
कैसे बदला दौर सारा कहती कहानी सारी
क्या थे कहां हम आए क्या खोया क्या...
जयपुर | Jaipur par kavita
जयपुर
( Jaipur )
नगर गुलाबी जयपुर प्यारों सुंदर है आलीशान।
राजधानी राजस्थान की रही रजपूतों की शान।
रत्न जड़ाऊ मीनाकारी कारीगरी यहां बेजोड़।
शिल्पकला मुख से कहती कोई...
चंद्रयान तीन | Poem in Hindi on Chandrayaan 3
चांद पर भारत
( Chand par Bharat )
चांद की धरती पर ,भारत ने पांव पसार लिया
ब्रम्हांड के नवयुग मे,खुद को संवार लिया
विश्व की नजरें गड़ी...
हिन्दी | Hindi Par Kavita
हिन्दुस्तान के हिन्दी हैं हम
( Hindustan ke Hindi Hai hum : Hindi Par Kavita )
१.बड़ी मधुर मीठी है ,सुन्दर है सुरीली है |
दिल को...