एक आस अब भी | Kahani Ek Aas Ab Bhi
सुदेश जी का अपना बसा बसाया कारोबार हो चुका है जिंदगी एक प्रकार से सेटल हो गई इसके लिए उन्होंने बहुत बड़ी कीमत चुकानी...
नालायक | Laghu Katha Nalayak
"अंकल, हम आपकी बेटी जैसी नहीं लगती जो आप इस घर में इतना तनाव बनाए हुए हैं? पापा मेरे, आपकी बेटी की शादी के...
कब आएगी माई | Kahani Kab Ayegi Mai
दिव्यांश अभी 2 वर्ष का भी नहीं हुआ था कि उसकी दादी नहीं रही। वह दादी को माई ही कहकर बुलाया करता था। दादी...
परहित का फल | Kahani Parahit ka Phal
एक आदमी बहुत गरीब था। बचपन में ही उसके पिता की मृत्यु हो गई थी।
एक बार उस लड़के की मां ने कहा --
"जाओ बेटा!जंगल...
आंखों की चमक | Kahani Aankhon ki Chamak
राधिका शादी होने के बाद अपने ससुराल में आई थी भरा पूरा परिवार था। ससुर भी पढ़े लिखे थे। दकियानूसी विचारधारा को नहीं मानते...
टूटता आशियाना | Kahani Tootata Aashiyaana
चारों तरफ अफरातफरी मची हुई है। पूरे मार्केट में सन्नाटा छाया हुआ है। सभी सर पर हाथ धरे बैठे हुए हैं। सरकारी फरमान जारी...
एक हंसती हुई लड़की | Kahani Ek Hansti Hui Ladki
लोग उसे बातूनी कहते हैं। कभी-कभी तो उसकी सहेलियां उसे निरी पागल तक कह कर चिढ़ाती हैं। ऐसा कहने पर भी चिढ़ने की जगह...
मुट्ठी भर गुलाल | Laghu Katha Mutthi Bhar Gulal
"आओ सोमेश्वर आओ, आज होली का दिन है। जब तक जिंदगी है तब तक तो मालिक और मजदूर चलता ही रहेगा। लेकिन बैठो, मालपुए...
लवली | Kahani Lovely
लवली कुछ गुमसुम सी बैठी है। उसे न जाने क्या हो गया है कि सारे घर में धमाल मचाने वाली किस सोच में डूबी...
माई का आशियाना | Mai ka Ashiyana
एक माई थी। जिसका अपना कच्चा मकान टूट कर गिर गया था। उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि घर को बना सके। जिसके...