आया होली का त्योहार
( Aaya Holi ka Tyohar )
आया होली का त्योहार, पानी की बौछार,
रंग बिरंगी दुनिया में रंगहीन ना हो त्योहार।
ना करें पानी की बरबादी ना हो प्रकृति को नुक्सान,
ना मज़हब का हो चश्मा एक दूजे का हो सम्मान।
राजनीति रंग में ना रंगे औरों को भी ना रंगाए,
मेल जोल और भाईचारा इज्जत मान कमाएं।
चेहरों पर हो गुलेल रंग ना हो त्वचा विरोधी,
वैर द्वेष को आज मिटा दो आ बैठो गोदी।
कीचड़ में ना खेले होली ये हमेशा शपथ लो,
मिट्टी अनमोल है भाई इसको हमेशा कदर दो।
ना निकाले दुश्मनी ना करें महिलाओं का अपमान,
बहन बेटी सास मां सबकी एक समझो एक समान।
खान मनजीत तू कर जतन हमेशा रह भाईचारा,
चाचा ताऊ और पिता जी हमेशा बनें सहारा।
मनजीत सिंह
सहायक प्राध्यापक उर्दू
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ( कुरुक्षेत्र )