चुनाव क्यों न टले
चुनाव क्यों न टले

जय-जय मतदाता

(  Jay Jay Matdata )

 

जय-जय मतदाता, पढ़ उनका बही-खाता,
नेता होते सयाने, नेता होते सयाने,
तू देश का निर्माता…..जय-जय मतदाता..
जय-जय मतदाता, पढ़ उनका बही-खाता,
नेता होते सयाने, नेता होते सयाने,
तू देश का निर्माता…..जय-जय मतदाता..

चाटुकारिता, लालच से फिर देखो तुम बचना,
देश की हो तुम ताकत,देश की हो तुम ताकत,
मुख्य धारा बहना। ।। जय-जय मतदाता ।।
जय-जय मतदाता, पढ़ उनका बही-खाता,
नेता होते सयाने, नेता होते सयाने,
तू देश का निर्माता…..जय-जय मतदाता..

एक-एक वोटों से देखो, बनती है सरकार,
मत चूको वोटिंग से कोई,मत चूको वोटिंग से कोई,
तुम भी बनों पतवार, ।। जय-जय मतदाता ।।
जय-जय मतदाता, पढ़ उनका बही-खाता,
नेता होते सयाने, नेता होते सयाने,
तू देश का निर्माता…..जय-जय मतदाता..

लोकतंत्र की रीढ़ तुम्हीं हो,तुम्हीं हो देश की शान,
महाशक्ति ये देश बनें, महाशक्ति ये देश बनें,
तुम्हीं हो इसकी जान। ।। जय-जय मतदाता ।।
जय-जय मतदाता, पढ़ उनका बही-खाता,
नेता होते सयाने, नेता होते सयाने,
तू देश का निर्माता…..जय-जय मतदाता..

जाति-पाँति से ऊपर उठकर अपना करो मतदान,
तेरा नुमाइंदा हो ऐसा,तेरा नुमाइंदा हो ऐसा,
पूरा करे अरमान। ।। जय-जय मतदाता ।।
जय-जय मतदाता, पढ़ उनका बही-खाता,
नेता होते सयाने, नेता होते सयाने,
तू देश का निर्माता…..जय-जय मतदाता..

कितने गुंडे वजीर बनें, वे लूट देश का माल,
लोकतंत्र के पर्व में, लोकतंत्र के पर्व में,
फिर से बिछाए जाल। ।। जय-जय मतदाता ।।
जय-जय मतदाता, पढ़ उनका बही-खाता,
नेता होते सयाने, नेता होते सयाने,
तू देश का निर्माता…..जय-जय मतदाता..

मत समझो सत्ता को तू, नेताओं जागीर,
मतदाता तो समझ चुका,मतदाता तो समझ चुका,
क्या दिल्ली -कश्मीर।।। जय-जय मतदाता ।।
जय-जय मतदाता, पढ़ उनका बही-खाता,
नेता होते सयाने, नेता होते सयाने,
तू देश का निर्माता…..जय-जय मतदाता..

चरण-वंदना तक करते वो ऐसा है ये खेल,
बहुरुपिया नेताओं पे,बहुरुपिया नेताओं पे,
कसो तू मिलके नकेल। ।। जय-जय मतदाता ।।
जय-जय मतदाता, पढ़ उनका बही-खाता,
नेता होते सयाने, नेता होते सयाने,
तू देश का निर्माता…..जय-जय मतदाता..

Ramakesh

रामकेश एम यादव (कवि, साहित्यकार)
( मुंबई )

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here