महाराणा प्रताप

वीरता का परिचय,महाराणा प्रताप, स्वाभिमान, गर्व का शाहकार ।

स्वाभिमान की उच्चता,अद्भुत शौर्य से किया अधीनता का प्रतिकार।

उनका अपूर्व साहस शौर्य और संघर्ष, अपूर्व और अद्वितीय।

शौर्य, पराक्रम से भरी हर डगर पर अद्भुत है उनकी वीर कहानी,

समर के मैदान में, चेतक घोड़े पर उनके संग्राम की निशानी।

सत्य, स्वाभिमान, प्रतिज्ञा,प्रण,प्रताप, वीर धरती के कर्मवीर।

निर्भय योद्धा, स्वाभिमानी रक्षक,सत्य के अजेय अमर वीर।

अमरता की झलक,वीरता, स्वाभिमान और दृढ़ संकल्प का माप।

देश के गर्व, शौर्य, पराक्रम और वीरता का प्रताप ।

वीर योद्धा महाराणा,धरती पर चमके उनके अपरमेय पुरूषार्थ के ताप।

मान-सम्मान के पुरुषार्थी,अद्भुत शौर्य के अभिनेता हमारे महाराणा प्रताप।

चित्तौड़ की रणभूमि में वीरता की अमर कहानी, निरंतर चली अपार उनकी विजय।

साहस, समर्थ और सामर्थ्य का प्रतीक, नही मानी पराधीनता।

अमर योद्धा, संकल्प , प्रताप,शक्ति, साहस का परिचय उनकी स्वाभिमानता।

विश्वास की दीप्ति से प्रेरित,निर्भय वीरता से दृढ़, न झुके उनके वीर स्वाभिमानी प्रेरक।

स्वराज के रक्षक, सत्य के प्रवर्तक,
महाराणा प्रताप, अमर, अजय रहें उनके संकल्प ।

लोकतंत्र और मताधिकार प्रयोग

लोकतंत्र की सर्वत्र ध्वजा लहराए, जन जन को उसके मत का अधिकार समझाएं।।

जनता की शक्ति की आवाज,जनता अपनी अभिव्यक्ति की आज़ादी और मत से करवाए ।

न्याय, समता, बंधुआ, और स्वतंत्रता से देश के विकास का मार्ग अपनाए।

मताधिकार प्रयोग से लोकतांत्रिक देश के संविधान की गरिमा और महिमा बढ़ाए ।

प्रजातंत्र के संविधान के मूल्यों से लोकतंत्र में गणतंत्र का स्थान और मान बनाए।

जन जन के मत की सक्रिय भागीदारी से हर सपना स्वतंत्र और साकार कराए।

मताधिकार की स्वतंत्रता की अवधारणा को सर्वत्र अमल में लाकर कर्तव्य निभाएं।

जनता के मतदान दिवस को, स्वतंत्र लोकतंत्र का एक अद्भुत महापर्व बनाये।

सबको अपने कर्तव्य से अवगत, करके उनके जीवन का हक अधिकार दिलाए ।

लोकतंत्र की मर्यादा और महिमा का अपने मत से सर्वजन को जागरूक कराए

मताधिकार से अपने प्रतिनिधि को देश की सर्वोच्च पंचायत मे अपनी बात को रखने भेजिए ।

विश्व में बड़े लोकतांत्रिक देश के मतदान से जनमत की अलख जगाए रखिए।

मां ईश्वर का वरदान

 

मां, ईश्वर का वो अपने अद्भुत वरदान,

जो हमें देती हैं प्यार और सम्मान।

मां के कदमों में जन्नत नसीब होती है

जो हमे देती है दुलार और स्वाभिमान।

मां की ममता ही होती है अनमोल, निर्मल और पवित्र,

हर दुख-सुख में हमारे संग निर्झर, प्रबल और सर्वत्र।

मां की ममता करुणा में ही स्थित है ईश्वरीय वरदान,

जो हर आपदा व विपत्ति का करतीं है प्यार से निदान।

उसके प्यार, करुणा और ममता में सुख-शांति है अथाह,

मां अपने बालक की रक्षा के खातिर नही करती है परवाह।

मां, ईश्वर की अनमोल, अमूल्य कृति और उसका साक्षात वरदान,

यह जीवन अमूल्य है, हमें हर पल रहना है उसका कद्रदान ।

मां, अल्लाह की वो नियामत का स्वरुप,

जो हमें देती हैं प्यार और शांति का रुप।

उसकी ममता हर परेशानी और कठिनाई को करती पार।

मां की करुणा में ही अल्लाह की नियामत बारंबार ।

उनके प्यार में हमें सुख-शांति मिलती है अपरंपार,

प्रभु की कृपा से ही हमें मिलती है सच्ची दौलत बारंबार।

मां, अल्लाह की नियामत है अद्वितीय और अनमोल,

उसके बिन जीवन अधूरा है, हर पल समर्पित बिना तोल ।

मां के कदमों में जन्नत है, उसकी सेवा में सुख व शांति है अपार,

उसकी ममता में विश्वास है, और कदमों में सुख-समृद्धि का सागर।

मां के आशीर्वाद,आशीर्वचन से खुलती है बच्चों के भविष्य की राहें,

उसके साथ हर विपदा, कठिनाई की डगर को पार करते हैं प्यारे।

मां के कदमों में ही सच्चा आनंद और सुख से युक्त,

उनके प्रेम में ही हमारा सर्वोत्तम स्थान है, दुखों से मुक्त।

शरीफ़ ख़ान

( रावतभाटा कोटा राजस्थान )

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