Poem Sath Nibhane ka Wada
Poem Sath Nibhane ka Wada

देखो साथ निभाने का वादा किया है तुमने

( Dekho sath nibhane ka wada kiya hai tumne ) 

 

दिलो जान से भी ज्यादा चाहा दिल से हमने।
देखो साथ निभाने का वादा किया है तुमने।

तुम्हारी अदाएं प्यारी सी वो भोली सी सूरत।
उतर आया हो धरती पर चांद कोई खूबसूरत।

महका महका चमन मधुमास इठलाता आया।
जब कोई तराना तेरे लबों पे संगीत सा छाया।

धड़कनें दिल की प्यारा सा गीत गाने लगी थी।
तार बजने लगे वो महफिल सजाने लगी थी।

मनमीत मेरे आओ कहकर बुलाया है हमने।
देखो साथ निभाने का वादा किया है तुमने।

हसी वादियो में प्यार भरी भावन घटाओं में।
रसधार बरसती है नाजुक सी इन अदाओं में।

 

रचनाकार : रमाकांत सोनी सुदर्शन

नवलगढ़ जिला झुंझुनू

( राजस्थान )

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