Monthly Archives: April 2022

बीज नियत करता है | Ghazal

बीज नियत करता है  ( Beej niyat karta hai )    बीज नियत करता है जैसे, वृक्ष स्वभावऔर विस्तार! विगत कर्म निश्चय करते हैं वर्तमान जीवन आधार !   जिसका...

चामुण्डा बरस पड़ी | Hasya kavita

चामुण्डा बरस पड़ी ( Hasya kavita )   बहुत बड़ा कवि नहीं हूं मामूली कलमकार हूं अंगारों की सड़क पर बहती ठंडी बयार हूं   कविता करते-करते श्रीमती ने...

हद कर दी आपने | Geet had kar di aapne

हद कर दी आपने ( Had kar di aapne )   वादे प्रलोभन भारी, नित्य नियम बदले सरकारी। नेताओं की लीला न्यारी, चमचे आला अधिकारी। हद कर दी आपने,...

हिन्दू राष्ट्र | Kavita Hindu Rashtra

हिन्दू राष्ट्र ( Hindu rashtra )   इसे राम मन्दिर का ना बस निर्माण समझो, यह स्वर सनातन सत्य का आधार है।   हम हिन्दू है आर्यो के वशंज भारतीय, भय...

सनातन नववर्ष | Poem sanatan nav varsh

सनातन नववर्ष ( Sanatan nav varsh )   हर हर महादेव गूंजे सब रामनाम जय कार करे। श्रद्धा  और विश्वास  भरकर  हर हिंदू हूंकार भरे।   वर्ष नया हो हर्ष...

उपवास | Upwas chhand

उपवास ( Upwas )मनहरण घनाक्षरी   नेम धर्म व्रत करे विश्वास श्रद्धा भाव से प्रभु सुमिरन कर उपवास कीजिए   जब तप योग ध्यान सर्व शक्ति हरि मान दुर्गुण दोष मन से त्याग सुधा दीजिए   मन...

धरती के भगवान | Kavita dharti ke bhagwan

धरती के भगवान ( Dharti ke bhagwan )   आज धरा पर उतर आए धरती के भगवान। मारना नहीं काम हमारा हमतो बचाते जान।   जीवनदाता जनता का कातिल कैसे...

गणगौर | Kavita gangaur

गणगौर ( Gangaur )   शिव गौरी की पूजा होती ईसर गणगौर मनाती है। अखंड सौभाग्य दे माँ कन्या मनचाहा वर पाती है।   आस्था प्रेम का पर्व भावन राजस्थान...

हिन्दू नववर्ष की हार्दिक शुभकामना | Hindu New Year Poem in...

हिन्दू नववर्ष की हार्दिक शुभकामना ( Hindi nav varsh ki hardik shubhkamnaye )    हर मस्तक पर तिलक सजे और, हर इक घर में ध्वाँजा लगे। हर  मुख ...

परहित सरिस धर्म नहिं भाई | Kavita Parhit Saris Dharam Nahi...

परहित सरिस धर्म नहिं भाई ( Parhit Saris Dharam Nahi Bhai )    मोहिनी मूरत हृदय समाई, परहित सरिस धर्म नहिं भाई।   पीर हरे जाकी रघुवीरा, तरहीं पार सिंधु के...