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मान्यवर कांशीराम साहेब | Poem in Hindi on Kanshiram
मान्यवर कांशीराम साहेब
( Manyavar Kanshiram Saheb )
समाज सुधारक व राजनीतिज्ञ थें ऐसे दलितों के नेता,
बहुजन नायक एवं साहेब से जिनको जनता जानता।
वर्ण व्यवस्था...
मैं अपनों से हारा हूं | Main Apno se Hara Hoon
मैं अपनों से हारा हूं
( Main apno se hara hoon )
हिम्मत हौसलों जज्बों की, बहती प्रेम धारा हूं।
औरों से तो लड़ भी लेता, मैं...
ज़माना है ना | Zamana hai Na
ज़माना है ना!
( Zamana hai na )
हंसो यारो हंसो खुल के ,रुलाने को ज़माना है
करो बातें बुलंदी की ,गिराने को ज़माना है ॥
नहीं होगा...
मां का दर्द | Maa ka Dard
मां का दर्द
( Maa ka dard )
संसार में कोई ऐसी दवा नहीं ,
जो मां का दर्द दूर कर सके।
आठों पहर जो स्वयं को भुलाए,
दूसरों...
मोची | Mochi
मोची
( Mochi )
पैरों से चलने में मजबूर,
फिर भी प्रकृति में,
मुस्कान भरी छाता बिखेरता ,
वह तल्लीन था अपने कार्य में,
लगता था ऐसे कि वह ,
प्रभु...
जो जग का करतार प्रभु | Jo Jag ka Kartar Prabhu
जो जग का करतार प्रभु
( Jo jag ka kartar prabhu )
आस्था विश्वास श्रद्धा से, मनमंदिर में दीप जलाओ।
उजियारा हो हृदय में, हरि भजन में...
भारतीय वायु सेना दिवस | Poem in Hindi on Indian Air...
भारतीय वायु सेना दिवस
हिंद की रज रज से,नभम स्पर्शम दीप्तम वंदन
चतुर्थ वृहत सैन्य रूप,
उत्साह साहस पर्याय ।
सदा रक्षित राष्ट्र स्वाभिमान,
लिख कीर्तिमानी नव अध्याय ।
इक्कानवीं...
स्वास्तिक | Swastika
स्वास्तिक
( Swastika )
स्वास्तिक शुभता का परिचायक
मृदु मृदुल अंतर श्रृंगार,
सुख समृद्धि वैभव कामना ।
धर्म कर्म जीवन पर्याय ,
परम शीर्ष भाव आराधना ।
सुसंस्कार भव्य बीजारोपण,
निज संस्कृति...
गांव की झोपड़ी | Gaon ki Jhopdi
गांव की झोपड़ी
( Gaon ki jhopdi )
गांव की झोपड़ी हो गई आज बदहाल है।
सूना हुआ आंगन सारा बदल गई चाल है।
बहती बयार प्यारी सी...
समझदार कौन | Samajhdar Kaun
समझदार कौन
( Samajhdar kaun )
लहू लुहान पैरों का दर्द
हाथों मे पड़े छाले
माथे से टपकती स्वेद की बूंदे
धौकनी सी धड़कती छाती का हिसाब
शायद ईश्वर की...