अब बेटियांँ भी कंधे देने लगी है सच मानो

अब बेटियांँ भी कंधे देने लगी है सच मानो   अब बेटियांँ भी कंधे देने लगी है सच मानो बेटे नहीं हैं तो क्या बेटी को ही...

मन का डर | Man ka Dar

मन का डर ( Man ka Dar )   चलते चलते न जाने कहाँ तक आ गये हैं, कामयाबी की पहली सीढ़ी शायद पा गये हैं, कुछ पाने...

महान प्रख्यात कवि रवींद्रनाथ टैगोर

महान प्रख्यात कवि रवींद्रनाथ टैगोर   जन्म के साथ ही प्रख्यात ज्ञान लेकर पधारे थे धरा धाम में। 7 मई1961 कोलकाता की धरा की बड़ाई शोभा, पिता देवेंद्र...

अगर तू जो एक किताब है

अगर तू जो एक किताब है तुम्हें पढ़ना चाहता हूं तेरे हर एक पन्ने को अगर तू जिंदगी है जीना चाहता हूं आहिस्ता-आहिस्ता पूरी उम्र अगर तू फूल है तो मैं...

मतदान करो | Kavita Matdan Karo

मतदान करो ( Matdan Karo )   कन्यादान को हि कहा गया दान सर्वोच्च किंतु, समय की बदलती धारा में अब, मत दान हि है उच्च करना है यह पुण्य कर्म...

वनिता सुरभि, पारिजात ललांत सी

वनिता सुरभि,पारिजात ललांत सी   कोमल निर्मल सरस भाव, अंतर प्रवाह विमल सरिता । त्याग समर्पण प्रतिमूर्ति, अनंता अत्युत्तम कविता । सृजन उत्थान पथ पर, महिमा मंडित सुकांत सी । वनिता सुरभि,...

हनुमान जन्मोत्सव | Kavita Hanuman Janmotsav

हनुमान जन्मोत्सव ( Hanuman Janmotsav ) तुम ज्ञान- गुण - सागर हो श्रीराम की रक्षा के लिये जीवन का सर्वस्व मिटाकर तुमने युध्द में अपने कौशल्य से लंका -...

हे वागेश्वरी मैया, ऐसा वर दे

हे वागेश्वरी मैया ,ऐसा वर दे   मृदुल मधुर ह्रदय तरंग, स्वर श्रृंगार अनुपम । विमल वाणी ओज गायन, ज्योतिर्मय अन्तरतम । गुंजित कर मधुमय गान , नव रस लहर मानस...

योगी बन | Kavita Yogi Ban

योगी बन ( Yogi Ban )   ध्यान धर चिंतन कर योगी बन तू कर्म योगी बन नित नव नूतन हर पल कर सफल अपना जीवन योगी बन नश्वर जगत नश्वर...

युद्ध के दौरान कविता | Yuddh ke Dauran Kavita

युद्ध के दौरान कविता ( Yuddh ke Dauran Kavita )   रात के प्रवाह में बहते हुए अक्सर अचेत-सा होता हूं छूना चाहता हूं -- दूर तैरती विश्व-शांती की...