मुक्तक मां | Muktak Maa
मुक्तक मां
( Muktak Maa)
मां की तरफ़ से सुन लो ये पैगाम आया है
उसी पैग़ाम पर यारों हमारा नाम आया है,
लिखूंगा मैं वतन ख़ातिर...
मुक्तक : कल एक फूल इसी घुटन में मर गया
कल एक फूल इसी घुटन में मर गया
( Kal ek phool isi ghutan mein mar gaya )
कल इक फूल इसी घुटन में मर गया,
कि...
चांद | Chand par muktak
चांद मुक्तक
( Chand Muktak )
चांद तारे बिछा देंगे हम राह में
कुछ नया कर दिखा देंगे चाह में
आओ मिलों हमसे मुस्कुरा कर
गगन छू लेंगे हम...
Muktak | मुक्तक
मुक्तक
( Muktak )
निर्भय रहकर जो जीवन जीता है
धीरज धरकर जो गमों के घूंट पीता है
कर्म प्रधान है इस चराचर जगत में
आत्मा अजर अमर कहती...
कुमार के मुक्तक | Kumar ke muktak
कुमार के मुक्तक
( Kumar ke muktak )
१
बहते हुए जल पे कभी काई नहीं आती,बिना उबले दूध पर मलाई नहीं आती।
थोङी बहुत शायरी तो सभी ...