Haiku in Hindi || हाइकु- ऋतुराज बसंत

हाइकु- ऋतुराज बसंत ( Haiku- Rituraj Basant )   १ मनभावन ऋतुराज आ गया, मन बहके। २ नवपल्लव लहरत पादप रंग-बिरंग। ३ सरसो फल हो गये सुनहरी आम्र बौराए। ४ कोयल कूके चहका चहकत मदनोत्सव। ५ सजनी गावे फागरस के गीत सजना संग।लेखक: त्रिवेणी कुशवाहा “त्रिवेणी” खड्डा –...

नववर्ष (हाइकु)

नववर्ष (हाइकु) ******* १. सब अच्छा हो इस नववर्ष में- करें प्रार्थना । २. थका दिया है वर्ष बीस ने हमें- आस इक्कीस । ३. शांति समृद्धि जीवन में सबके- लाए इक्कीस । ४. शत्रु विनाशे जग शीष विराजे- अपना देश...

चाय पर : हाइकु

चाय ( Chai )    गरमाहट लाती हैं चुस्कियां गर्म चाय की ।। बातें भी होती गरमा गर्म चाय के साथ सभी ।। कुछ पुरानी कुछ नई बाते हैं, मुलाकाते हैं ।। सबको बुलाए आओ चाय बनाएं ताजा...

मकर संक्रांति ( हाइकु )

मकर संक्रांति ( हाइकु )   १. संक्रांति पर्व गुड़ तिल चुड़ा का- महत्त्व बड़ा। २. उत्तरायण सूर्य की रश्मियों में- तेज बहुत। ३. दिखे आकाश पतंगबाजी कला- उड़ाएं बच्चे। ४. डुबकी लगे जलधि सरोवर- आलस्य मिटे। ५. दान ध्यान में दीन हीन की...

सुनहरे पल

सुनहरे पल ( हाइकु ) 1 आऐ है सुनहरे पल  जीवन से ढ़ल गये ग़म  बरसा ख़ुशी का जल   2 दें आया फूल उसे कल प्यार में उसके मेरा दिल हुआ चंचल3 हो...

जिंदगी में ही ( हाइकु )

जिंदगी में ही ( हाइकु )   1   जिंदगी में ही है कहां मेरी ख़ुशी ग़म ही ग़म   2   रही दिल में, उसके दुश्मनी भी कैसी दोस्ती थी?   3   कब निभायी, उसने दिल से तो। मुझसे दोस्ती।   4   भुला...

कलह ( हाइकु )

कलह ( हाइकु ) *** १) कलह करे घर संकट भरे- बेमौत मरे । २) कलह कांटा जिस आंगन उगे- नाश ही करे। ३) कलह विष नहीं हों आवेशित- घर दूषित। ४) कलह बुरा परिवार बिखरे- नहीं निखरे। ५) सुलह हल कलह है गरल- संकट...

तेरी ये बातें

तेरी ये बातें ( हाइकु )   1 तेरी ये बातें है झुठे सनम ये तेरे वो वादे   2   देखी है रोज़ मैंनें तो ए  सनम तेरी ही राहें   3   दिया है दग़ा प्यार में ही...

पास तू रहे ( हाइकु ) || Haiku Hindi

पास तू रहे ( हाइकु ) ( Pass tu rahe )   1 पास तू  रहे हमेशा मेरे ए मां दूर न जाना 2 लौट आ तू मां घर अपनें तेरे बिन हूँ तन्हा 3 मां...

आज़म नैय्यर हाइकु

आज़म नैय्यर हाइकु 1 जीवन में ख़ुश रहो दूर ग़म को करो प्यार से हंसो 2   नफ़रत नहीं प्यार करो सबसें हमेशा आओ गले लगो 3 दो भुला बेवफ़ा को यूं आहें मत भरो यूं ग़म...