खूब रोता मन | Sad Love Poetry in Hindi
खूब रोता मन
( Khoob rota man )
कभी जब याद तुम आते,
दृगों को घेर लेते घन ।
अकेले में छुपाकर तन,
सिसकता खूब रोता मन ।।
न कुछ...
जवाबदारी | Javabdari
जवाबदारी
( Javabdari )
बूंद, बूंद से बन जाती है नदी
और सागर से महासागर तक भी
हस्ती कोई भी हो ,छोटी नही होती
बूंद मे समाया रहता है...
मेरे पास तुम हो | Ghazal on Ishq
मेरे पास तुम हो
( Mere paas tum ho )
सुब्ह हो या शाम,मेरे पास तुम हो
दिल को है आराम,मेरे पास तुम हो
देखता रहता हूँ मैं...
के बी राइटर्स साहित्यिक मंच | KB Writers
के बी राइटर्स साहित्यिक मंच
( K B Writers saahityik manch )
वार्षिकोत्सव की पावन बेला पर देते आपको बधाई,
साहित्यिक गतिविधियों में अद्वितीय सेवाऍं निभाई।
छोटे-बड़े और...
बदली का स्वैग | Badli ka Swag
बदली का स्वैग
( Badli ka swag )
हवा के परों पर
उड़ती हुई सी आई
एक बदली-
छोड़ सारे राग-रोग
जम -ठहर गई
रमा के जोग।
आंँखों में है आकाश
कर में...
वाह रे वाह टमाटर | Wah re Wah Tamatar
वाह रे वाह टमाटर
( Wah re wah tamatar )
वाह रे टमाटर क्या इज्जत पाई है।
भाव भी ऊंचे शान तेरी सवाई है।
टमाटर से गाल जिनके...
लड्डू गोपाल | Laddu Gopal
लड्डू गोपाल
( Laddu Gopal )
ऐसी लागी नजर तुझे ओ लड्डू गोपाल
सांवरे हो गए तेरे गोरे गाल लाल लालयह काली घटाओं लट, घुंघराले तेरे बाल
काली...
हरियाली अमावस्या | Hariyali Amavasya
हरियाली अमावस्या
( Hariyali amavasya )
मनाओं सभी हरियाली अमावस्या,
सावन में प्रकृति लाई ढेरों खुशियाॅं।
पर्व का उद्देश्य प्रकृति से प्रेम करो,
हरे भरें खेत देखकर झूमें सखियाॅं।।
जगह-जगह...
शिव का सजा दरबार सावन में | Shiv ka Saja Darbar
शिव का सजा दरबार सावन में
( Shiv ka saja darbar sawan mein )
जल भर लोटा हाथों में सजा लो कावड़ भक्तों।
भोले शिव का करो...
है ये मिट्टी की काया | Mitti ki Kaya
है ये मिट्टी की काया!
( Hai ye mitti ki kaya )
मैंने खुद को तपा करके,
जीवन को सजाया है।
था कर्म मेरा अच्छा,
तब जनम ये पाया...