लक्ष्य पर संधान | Lakshya par kavita

 लक्ष्य पर संधान  ( Lakshya par sandhan )   रास्ता बहुत कठिन था हमारा पर मंजिल पाना ज़रूरी था हमारा।तलब थी यही इस मन में जो हमारी कोई अनहोनी...

मेरे घर आई एक नन्ही परी | Geet mere ghar aayi...

मेरे घर आई एक नन्ही परी ( Mere ghar aayi ek nanhi pari )    महका आंगन सारा सुन बिटिया की किलकारी। दादी अम्मा दौड़ी आई देखने सूरत...

मत करो इसरार जी | Ishrar par kavita

मत करो इसरार जी ( Mat karo ishrar ji )   हर किसी को चाहिए, अधिकार ही अधिकार जी। कोई भी करता नहीं , कर्तव्यहित व्यवहार जी।। बिन दिए...

अहंकार | Ahankaar par kavita

अहंकार ( Ahankaar )    किस बात का गुरूर,क्यों नर मगरूर तू। क्या तुमने कर दिया, क्यों नशे में चूर तू। गर्व ही करना कर, वतन की शान पर। बोल...

औघड़ दानी | Aughad dani par kavita

औघड़ दानी ( Aughad dani )   जब कोई ना हो सहारा रिश्तो के बंधन से हारा फिरता जब तू मारा मारा देता एक ही साथ तुम्हारा औघड़ दानी बाबा प्यारा जिसने...

हिंदुस्तान | Hindustan par kavita

हिंदुस्तान! ( Hindustan )   मोहब्बत की जमीं का नाम है हिंदुस्तान, अनेकता में एकता का नाम है हिंदुस्तान। अखिल विश्व को जो मानता अपना कुटुंब, उस वसुधैव कुटुंबकम का...

कुशल राजनीतिज्ञ थे वाजपेयी ‌| Vajpayee ji par kavita

कुशल राजनीतिज्ञ थे वाजपेयी ‌ ( Kushal rajnitigya the Vajpayee )   अपनें आदर्शों से बनाई जिन्होंने ख़ास पहचान, ऐसे कुशल राजनीतिज्ञ‌ थें वें प्रधानमंत्री महान। अटल जिनके इरादें...

अपनत्व दिखावा तो नहीं | Apnatva par kavita

अपनत्व दिखावा तो नहीं ( Apnatva dikhawa to nahi )   अपनापन अनमोल भाई कोई दिखावा तो नहीं। अपनों से परिवार सुखी कोई छलावा तो नहीं। अपनो की महफिल...

हृदयांगन की साहित्यिक यात्रा कानपुर होकर पहुंची हरिद्वार

हृदयांगन की साहित्यिक यात्रा कानपुर होकर पहुंची हरिद्वार  साहित्य,सामाजिक,सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक राष्ट्रीय संस्था हृदयांगन परिवार साहित्यिक यात्रा अनवरत मुंबई से चलकर उन्नाव लखनऊ कानपुर होते...

ईमानदारी | Imandari par kavita

ईमानदारी ( Imandari )    ईमानदारी बहुत दुखी है झूठ का बोलबाला है लूट खसोट निरंतर जारी निकल रहा दिवाला है   दीन ईमान की बातें सारी जनभाषण में...