किस्सा-दर-किस्सा | Kissa-dar-kissa | Ghazal

किस्सा-दर-किस्सा ( Kissa-dar-kissa )    किस्सा-दर-किस्सा का मुझे साफ़ बयानी चाहिए कुछ किताबें, कुछ रंजिशें और कुछ गुमानी चाहिए   ये भी बहोत खूब है, तुम्हे कुछ भी तो नहीं...

मिलाते तो सही | Milate to sahi poem

मिलाते तो सही ( Milate to sahi poem )  आवाज़ से आवाज़ मिलाते तो सही....! दिल से दिल मिलाते तो सही.....! मन से मन मिलाते तो सही.....! हाँ में हाँ मिलाते तो सही.......! सुर...

पहल्यां ही बता देंदी | Hariyanwi kavita

पहल्यां ही बता देंदी ( Pahalyaan hi bata dendee )  बैरण! तू मनै पहल्यां ही बता देंदी जिब बात्याँ का सिलसिला शुरू करया था क्यूँ इतणा लगाव बढ़ाया...

उसके आँखों में सुहाल होगा | Ghazal uske aankhon mein

उसके आँखों में सुहाल होगा ( Uske aankhon mein suhal hoga )   उसके आँखों में सुहाल होगा और कहाँ इस जहाँ में येसे मिराल होगा   हुस्न-ए-अंदाज़ से टुटा...

वह छुपे पत्थर के टूटने पर मीर ही ना हुई |...

वह छुपे पत्थर के टूटने पर मीर ही ना हुई ( Vah chhupe patthar ke tootne par meer na huee )  वह छुपे पत्थर के टूटने...

मंजिल का एहसास | Prernadayak poem

 मंजिल का एहसास ( Manzil ka ahsas )    यूं ही तो नही ये मेरे मेरे सपनों की उड़ान है, कुछ तो है मन के अंदर तो जुड़ा...

तर्क-ए-आम ना कर मुझसे मुहब्बत का | Ghazal tark-e-aam

तर्क-ए-आम ना कर मुझसे मुहब्बत का ( Tark-e-aam na kar mujhse muhabbat ka )   सच का खिदमत भी हो तो कुछ इश्क़ की तरह कभी खैरियत भी...

घायल खेतों की तस्वीर दिखाने आया हूँ | Kavita

घायल खेतों की तस्वीर दिखाने आया हूँ ( Ghayal kheton ki tasweer dikhane aya hoon )    घायल जख्मी खेतों की तस्वीर दिखाने आया हूँ। बहते हुवे अश्कों...

मुहूर्त | Muhurat par kavita

 मुहूर्त  ( Muhurat )   क्यों भागे मनवा व्यर्थ मुहूर्त के पीछे || 1.न जन्म मुहूर्त से हुआ, न मृत्यू होगी किसी मुहूर्त मे | फिर क्यो सारी जिन्दगी...

चौखट में कोई आए तो | Chaukhat mein koi aaye to...

चौखट में कोई आए तो ( Chaukhat mein koi aaye to )    चौखट में कोई आए तो लगता है की तुम हो धीमे से गले कोई लगाए...