हसद | ईर्ष्या
हसद
( Hasad )
हज़ारों रत्न उसके तकिये के नीचे हैं,
मगर मेरे इक पत्थर पर वो मरता है,
उसकी इक नज़र तरसते हैं रत्न उसके,
उन्हें भूलके मेरे...
शेखर की कविताएं | Shekhar Hindi Poetry
मन रे
मन रे.............
तू क्यों उदास
छोड़ मायावी आस
समझ मरीची चाल
उगा न काटें
मन बगीचा में
महका सुरभि
समय कंटीका मेंनैया भंवर फंसी है
राम-रहीम सूक्ति में
किनारा तू पा ले
मुक्ति...
स्नेहका संचार | Kavita Sneh ka Sanchar
स्नेहका संचार
( Sneh ka Sanchar )
आदमी का मानवीय
व्यवहार होना चाहिए !
हर हृदय में स्नेह का
संचार होना चाहिए !!
खिल सके अपना चमन,
यह एकता के...
हाय रे बेरोजगारी | Kahani Berojgari
एक पुस्तक की दुकान पर बहुत से बच्चे जाब का फॉर्म देख रहे थे। उसी में एक फॉर्म डोम की भर्ती का भी निकला...
हमरा आँखी में लोर के जहान बाटे | Bhojpuri Kavita Hamra...
हमरा आँखी में लोर के जहान बाटे
जेकरा बाटे खाके पी के उतान बाटे
आ हमरा घर में नून ना पिसान बाटे।
केहू बाकि अंगूरी से चान...
शाश्वत प्रश्न | Kavita Shaswat Prashn
शाश्वत प्रश्न
( Shaswat Prashn )
मैं कौन हूं आया कहां से
हूं यहां !
यह नहीं मालूम, है पुन:
जाना कहां !!
किसलिए हैं आए जगमें,
और फिर क्यौं...
भूलना अच्छा लगता है | Geet Bhulna Acha Lagta Hai
भूलना अच्छा लगता है
( Bhulna Acha Lagta Hai )
वो काली अंधियारी रातें, अपनों की तीरों सी बातें।
रह रहकर दर्द दे जाए, संकट में...
ऐ मेरे गाँव | Aye Mere Gaon
ऐ मेरे गाँव
( Aye Mere Gaon )
ऐ मेरे गाँव की रौशन गलियाँ तुम यूँही मेरी राहें तकना,
हाँ हम लौटके आएंगे ज़रूर, तुम आँखें...
गर्म हवाएं | Kavita Garm Hawayen
गर्म हवाएं
( Garm Hawayen )
बह रही हवाएं गर्म हैं
मुश्किल है लू से बचकर रहना
एक छत हि काफी नहीं
तुम भी जरा संभलकर चलना
उमस भरा...
नया दौर | Kavita Naya Daur
नया दौर
( Naya Daur )
इतना बेरुख जमाना हो गया
मुसकुराना तक गुनाह हो गया
जजबातों का जमाना अब कहां
हर इक शय अंजाना हो गया
खून की...