Monthly Archives: December 2021
दुर्लभ | Ramakant Soni ke Dohe
दुर्लभ
( Durlabh )
दुर्लभ है मां बाप भी,
मिलते बस एक बार।
सेवा कर झोली भरो,
करो बड़ों को प्यार।
मिले दुर्लभ औषधियां,
बड़े जतन के बाद।
असाध्य व्याधियां मिटे,
हरे हृदय...
वो कभी ज़ज्बात दिल के यार समझा नहीं | Jazbaat ghazal
वो कभी ज़ज्बात दिल के यार समझा नहीं
( Wo kabhi jazbaat dil ke yaar samjha nahi )
वो कभी ज़ज्बात दिल के यार समझा नहीं
मुझसे...
ढाई अक्षर | Dhai akshar
ढाई अक्षर
( Dhai akshar )
रातभर फिर सोचकर घबराये हम।
ढाई अक्षर भी नहीं पढ़ पाये हम।।
मेरी आंखों में तुम्हारे आंसू थे,
चाह करके भी नहीं रो...
प्रीत हमारी बचपन की | Film script Hindi
प्रीत हमारी बचपन की
( फिल्म स्क्रिप्ट )
{(अन्य नाम ->कब के बिछड़े,प्रीत हमारी बचपन की,बचपन की प्रेम कहानी,हम प्रेमी सात जनम के,बचपन से पचपन तक,कब...
साहित्य अकादमी का हरिशंकर परसाई स्मृति समारोह संपन्न
व्यंग्य को साहित्यिक मान्यता परसाई जी की देन - गुणेंद्र
छिंदवाड़ा - साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा हिंदी प्रचारिणी समिति सभागार में आयोजित हरिशंकर...
लफ्ज़ | Lafz shayari
लफ्ज़
( Lafz )
लफ्ज़ों को काटना
लफ्ज़ों को चबाना
लफ्ज़ों को खाना
लफ्ज़ों को निगलना
फिर कहतें हैं
लफ्ज़ सख्त हैं
लफ्ज़ कड़वे हैं
लफ्ज़ करारे हैं
लफ्ज़ चुभते हैं
नहीं जानते
लफ्ज़ तो बेमोल...
राम ही अनादि हैं राम ही अशेष हैं | Kavita
राम ही अनादि हैं राम ही अशेष हैं
( Ram hi anadi hai Ram hi avshesh hai )
राम ही अनादि हैं राम ही अशेष हैं,
राम...
दर्द इतने मिले जिंदगी से | Dard ghazal
दर्द इतने मिले जिंदगी से
( Dard itne mile zindagi se )
दर्द इतने मिले जिंदगी से
दूर हम हो गये ख़ुशी से
प्यार से ही गले मिल...
अहसास | Ahsas par Chhand
अहसास
( Ahsas )
सुहाना अहसास हो,
मेरे दिल के पास हो।
लगता कोई खास हो,
मन मीत आइए।
मधुर संगीत कोई,
तराना हो प्यार भरा।
जिंदगी के सफर में,
सदा मुस्कुराइए।
महकती बयार...
दरख़्त कुल्हाड़ी | Kavita
दरख़्त कुल्हाड़ी
( Darakht kulhari )
बूढ़ा दरख़्त बोल पड़ा कुल्हाड़ी कहर बहुत ढहाती
बिन लकड़ी के तू भी व्यर्थ चोट नहीं पहुंचा पाती
जिस लोहे की बनी...