Monthly Archives: December 2021

दिल को करे दीवाना | Deewana Ghazal

दिल को करे दीवाना ( Dil ko kare deewana  )   दिल को करे दीवाना तेरा हौले  से  मुस्काना  तेरा  दिल को भाये तेरी अदाएं देख मुझे शरमाना तेरा  उस रस्ते...

राम विवाह | Ram vivah kavita

राम विवाह ( Ram vivah : kavita )   टूट चुका धनुष शिव का तोड़े रामचंद्र अवतारी है सीताजी का हुआ स्वयंवर हर्षित दुनिया सारी है   देश देश से...

कलम बोलती है | Kalam bolti hai kavita

कलम बोलती है ( Kalam bolti hai )   कलम बोलती है कलम बोलती है पूरा तोलती है पूरा तोलती है   गूंज उठती है मंचों पर प्यारी सी रसधार...

करते रोज़ शरारत हम तो बच्चें है | Hum to bache...

करते रोज़ शरारत हम तो बच्चें है ( Karte roz shararat hum to bache hai )    करते रोज़ शरारत हम तो बच्चें है दिल से ही हम...

काले बादल | Kale badal kavita

काले बादल ( Kale badal )   घिर आये सब बादल काले ठंडी ठंडी बूंदों वाले ताल तलैया सब भर जाओ मेघ तुम घटाओ वाले   चहक उठे चमन सारे प्रेम की बहती...

अभिलाषा | Abhilasha kavita

"अभिलाषा" ( Abhilasha )   चाह बहुत  मनमंदिर मे भारत वीरो का गान करूं  उनकी त्याग तपस्या का सदा मान सम्मान करूं   श्रद्धा सुमन से ईश्वर की निसादिन करूं...

निबंध – साम्प्रदायिक सद्भाव भारत की मूल पहचान | Essay in...

निबंध - साम्प्रदायिक सद्भाव भारत की मूल पहचान ( Essay in Hindi : Communal Harmony Basic Identity of India )   प्रस्तावना - किसी भी राष्ट्र के विकास...

यार अच्छी नहीं दुश्मनी देखिए | Ghazal dushmani dekhiye

यार अच्छी नहीं दुश्मनी देखिए ( Yaar achi nahi dushmani dekhiye )    यार अच्छी नहीं दुश्मनी देखिए रख हमेशा मुझसे दोस्ती देखिए  जो जवां होने से पहले मुरझाती...

ग़ज़ल | Ghazal par Ghazal

ग़ज़ल ( Ghazal )   सिंहासन से हिली ग़ज़ल । कल जुलूस में मिली ग़ज़ल ।।   पेरोकार गरीबों की । जगह-जगह से सिली ग़ज़ल ।।   गुमी याद के जंगल में । टुकड़ा-टुकड़ा...

दो जून की रोटी | Do joon ki roti kavita

दो जून की रोटी ( Do joon ki roti )   दो जून की रोटी को खून पसीना बहा कर पाना चाहता सुकून दिन भर की थकान से   घर से निकलता...