Monthly Archives: June 2022

मैं तो नहीं हूं काबिल तेरा पार कैसे पाऊं | Bhajan...

मैं तो नहीं हूं काबिल तेरा पार कैसे पाऊं ( Main to nahin hoon kaabil tera paar kaise paoon )    परमपिता परमेश्वर मेरे तेरा ध्यान लगाऊं मैं...

दीप सा दिन रात मैं | Deep sa din raat main...

दीप सा दिन रात मैं ( Deep sa din raat main )   दीप सा दिन रात मैं, जलता रहा जलता रहा. बस अंधेरों को यही, खलता रहा...

ऋषि नार | Rishi naar kavita

ऋषि नार ( Rishi naar )   विश्वामित्र मुनि संग वन गए जब लक्ष्मण राम ताड़क वन ताड़का मारी रघुपति नंदन श्रीराम   मार्ग में प्रस्तर शिला बनी गौतम ऋषि...

दुश्मनी की खूब गोली चली इन दिनों | Ghazal in dinon

दुश्मनी की खूब गोली चली इन दिनों! ( Dushmani ki khoob goli chali in dinon )    दुश्मनी की ख़ूब गोली चली इन दिनों! प्यार की डाली टूटी...

गंगा दशहरा पर देश के दिग्गजों द्वारा ब्रजभूमि पटल पर ...

साहित्यिक मंच मथुरा पर हुए मैराथन कवि सम्मेलन में देश के धुरन्धर कवियों ने गंगा मैया की महिमा का वर्णन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता...

फुटपाथ | Footpath par kavita

फुटपाथ ( Footpath )   सड़क के दोनों ओर, होती एक फुटपाथ। पैदल चलना हमे, राह अपनाइए।   नीति नियम से चले, जिंदगी की जंग लड़। फुटपाथ पे जो आए, ढांढस बताइए।   धन दौलत का...

कर गया बात वो अजनबी की तरह | Kar gaya baat...

कर गया बात वो अजनबी की तरह ( Kar gaya baat woh ajnabi ki tarah )   कर गया बात वो अजनबी की तरह बन गया और वो...

पिता | Pita chhand

पिता ( Pita )कृपाण घनाक्षरी   पिता प्रेम का सागर, अनुभवों का खजाना। शिक्षा संस्कार देकर, देते जीवन संवार।   सबका देते साथ वो, हंस हंस बतियाते। दरिया दिल पिता का, करते खूब दुलार।   पिता संबल...

बेवफा जमाने को | Bewafa jamane ko

बेवफा जमाने को ( Bewafa jamane ko )   न गुनगुनाया करो, तुम मेरे फसाने को। याद जब मेरी नहीं ,बेबफा जमाने को।।   अपना बस्ता वो खिलौने, वहीं पे...

फूल और कांटे | Phool aur kaante | Kavita

फूल और कांटे ( Phool aur kaante )  सदा रहो मुस्काते राही नित पथ में बढ़ते जाना बाधाओं का काम रोकना निरंतर चलते जाना   फूल और कांटे जीवन...