Monthly Archives: August 2022

इतिश्री | Kavita itishree

इतिश्री ( Itishree )   धीरे धीरे खत्म हो रहा, प्यार का मीठा झरना। उष्ण हो रही मरूभूमि सा दिल का मेरा कोना।   प्रीत के पतवारो ने छोडा,प्रेम मिलन...

अन्तर्द्वन्द्व | Antardwand Kavita

अन्तर्द्वन्द्व ( Antardwand )   मन जब अन्तर्द्वन्द से घिर जाये, तब हार न जायें जीवन में। हार न जायें जीवन में। कोयल सी वाणी जब कौए की भाँति कानों को चुभ...

नहीं ग़म में कभी शामिल रहा है | Shayari on ghum

नहीं ग़म में कभी शामिल रहा है  ( Nahin gam mein kabhi shamil raha hai )    नहीं ग़म में कभी शामिल रहा है ? ख़ुशी का वो...

मेरा स्वाभिमान है यह | Mera swabhiman | Kavita

मेरा स्वाभिमान है यह ( Mera swabhiman hai yah )   मैं गिरकर उठने का हुनर अब जान गई हूं किंलिष्ट प्रकृति का आवरण पहचान गई हूं तीन लोको...

कृष्ण भक्तिगान | Krishna Bhakti Gaan

कृष्ण भक्तिगान ( Krishna bhakti gaan )   कृष्ण तुलसी माला लेके कान्हा मैं तेरा इंतज़ार करती प्रभातवेला की घंटी बजने पे कान्हा मेरा मन उछलता रहा   वृन्दावन की एक एक...

कृष्ण कन्हैया | Krishna kanhaiya geet

कृष्ण कन्हैया ( Krishna kanhaiya )   आ जाना, आ जाना, आ जाना घनश्याम, आज तुम आ जाना। माता यशोदा लाड लडाये, ग्वाल बाल सब माखन लाये। नटखट कान्हा मटकी...

श्याम की बांसुरी मुझे पुकारे | Janmashtami ke geet

श्याम की बांसुरी मुझे पुकारे ( Shyam ki bansuri mujhe pukare )   धूम मची जमुना किनारे, श्याम की बांसुरी मुझे पुकारे। राधा के घनश्याम प्यारे, मीरा के...

कौन रक्खे प्यार अपने के लिए | Badiya si ghazal

कौन रक्खे प्यार अपने के लिए  ( Kaun rakhe yaar apne ke liye )    कौन रक्खे प्यार अपने  के लिए ! लड़ रहे है लोग पैसे के...

स्वतन्त्रता दिवसपर (अमृत महोत्सव) के रूप में ब्रजभूमि पटलपर मैराथन काव्यगोष्ठी

15 अगस्त 2022 दिन सोमवार को 76 वे स्वतन्त्रता दिवस को अमृत महोत्सव के साथ ब्रजभूमि पटल मथुरा के संस्थापक आचार्य श्रीकृष्ण भारद्वाज शास्त्री...

रेज़ा रेज़ा | Reza reza

रेज़ा रेज़ा ( Reza reza )   इकट्ठा करती हूँ बीनती हूँ इक इक टुकड़ा बारीक से बारीक किरचन उठाती हूँ देखती हूँ अपनी लाल हुई ज़ख्मी उंगलियांकभी उस टूटे हुये आईने को . . . . आईने को?यारेज़ां रेज़ां खुद को?लेखिका :- Suneet Sood Grover अमृतसर (...