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भोर होने तक | Bhor Hone Tak
भोर होने तक
( Bhor Hone Tak )
भोर तक तो चलना होगा
रुकना और ठहरना होगा
सफर है हमारी जिंदगी का
लडखडाना और संभलना होगा
हर मौसम के...
मेरा भाई है वो | Mera Bhai Hai Wo
मेरा भाई है वो
( Mera Bhai Hai Wo )
क्या कहूं, किसे कहूं, कौन है वो,
मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी उपलब्धि है वो,
ना शिकायतें...
हम हैं सशक्त नारी | Hum Hai Sashakt Nari
हम हैं सशक्त नारी
( Hum Hai Sashakt Nari )
कई बार मैं सोचती हूं कि,
अरमान ढेर सारे और विपदाएं भी हमारी,
हाय रे नए भारत की...
जीवन ज्योत्स्ना है नारी | Jeevan Jyotsna Hai Nari
जीवन ज्योत्स्ना है नारी
( Jeevan Jyotsna Hai Nari )
कोमल निर्मल सरस भाव,
अंतर प्रवाह विमल सरिता ।
त्याग समर्पण प्रतिमूर्ति,
अनंता अत्युत्तम कविता ।
सृजन उत्थान पथ...
होलिया में रंग का उड़ाईं | Holiya me Rang ka Udai
होलिया में रंग का उड़ाईं
( Holiya me Rang ka Udai )
खेतवा चरल नील- गाय,
होलिया में रंग का उड़ाईं।
सड़वा कै कवन बा उपाय,
होलिया में रंग...
साथ | Saath
साथ
( Saath )
मिलनेवाले तो मिल हि लेते हैं
न मिलने वाले तो
साथ रहकर भी मिल नही पाते
खेल है सारा भावनाओं का
बिन चाहत के हम जुड़...
बेटे का मकान | Bete ka Makan
बेटे का मकान
( Bete ka Makan )
कभी रहती थी माँ गाँव में,
बाबूजी के बनाए मकान में,
अब रहने लगी है माँ,
बेटे के बनाए मकान...
औरत समपर्ण है | Aurat Samarpan Hai
औरत समपर्ण है
( Aurat Samarpan Hai )
औरत को एक जन्म में समझना चाहते हो
ग़लत फ़हमी में हो
औरत को समझने के लिये
एक जन्म नहीं,...
चलो अयोध्या नगरिया | Chalo Ayodhya Nagariya
चलो अयोध्या नगरिया
( Chalo ayodhya nagariya )
होली खेलें रघुबीर,
चलो अयोध्या नगरिया। (4)हँसी-ठिठोली संग खेलेंगे होली,
सजी अयोध्या जैसे दुल्हन-नबेली।
वहाँ तारेंगे अधम शरीर,
चलो अयोध्या नगरिया,
होली खेलें...