मन की बात | Kavita Man ki Baat
मन की बात
( Man ki baat )
मेरा मन बोला मुझ को जाना
देश सेवा अब मुझ को करना
भारत सेना का बनूंगा हिस्सा
रचना है मुझको...
विज्ञान का चमत्कार | Kavita Vigyan ka Chamatkar
विज्ञान का चमत्कार
( Vigyan ka chamatkar )
अब आनें वाले दिनों में होने वाला है चमत्कार,
इस जर्मनी की कंपनी ने ऐसा किया है ऐलान।
बन...
गाय | Gaay par Kavita
गाय
( Gaay )
जहां नंदिनी वहां माधव को भी आना पड़ता है।
गोमाता की रक्षा खातिर चक्र उठाना पड़ता है।
धेनु भक्त ग्वालों की पीर दर्द हर...
मासूमियत | Masoomiyat par Kavita
मासूमियत
( Masoomiyat )
मासूम सी वो भोली भाली सूरत
वो अल्हड़पन इठलाता सानिश्चल निर्भीक मासूमियत
चेहरा कोई अनजाना सादुनिया के आडंबर से दूर
अपने आप में मशगूलबेखबर जहां...
जलधारा से बहे जा रहे हैं | Kavita Bahe ja Rahe...
जलधारा से बहे जा रहे हैं
( Jal dhara se bahe ja rahe hain )
गीत पुराने कहे जा रहे हैं, जलधारा से बहे जा रहे...
शिक्षक होता युग निर्माता | Shikshak par Kavita
शिक्षक होता युग निर्माता
( Shikshak hota yug nirmata )
शिक्षक ही होता युग निर्माता,
आदर्शों का वह पाठ पढ़ाता।
वो मर्यादा, संस्कार सिखाता,
भविष्य की बुनियाद बनाता।।
अज्ञानता...
महर्षि वाल्मीकि | Maharishi Valmiki par Kavita
महर्षि वाल्मीकि
( Maharishi Valmiki )
बुरे कर्मों को छोड़कर सत्कर्मों में लगाया ध्यान,
साधारण इंसा से बनें महर्षिवाल्मीकि भगवान।
देवलोक के देवर्षि मुनि नारद जी के...
धरा हरसाई | Chhand Dhara Harsai
धरा हरसाई
( मनहरण घनाक्षरी )
वसुंधरा मुस्काई है, ऋतु बसंत आई है।
खिलने लगे चमन, बहारें महकती।
झूम उठी धरा सारी, नाच रहे नर नारी।
पुष्प खिले भांति...
भूख | Bhookh par Kavita
भूख
( Bhookh )
भूख की कामना है मिले रोटियां
रहे सम्मान ना या बिके बेटियां
भूख की आग जलती है बुझती कहां?
इसके आगे ना दिखती है जन्नत...
मेरे स्कूल का दूध | Kavita Mere School ka Doodh
मेरे स्कूल का दूध (एक घटना)
( Mere school ka doodh - Ek ghatna )
दुःख ही जीवन की कथा रहीयह सदा कष्ट की व्यथा रही। कब ...