विद्या शंकर विद्यार्थी की कविताएं
साहित्य की क्षेत्र में कारोबारी आ गये हैं
साहित्य की क्षेत्र में कारोबारी आ गये हैं
हम ऐसे ही छापेंगे, बाजारी आ गये हैं।कहते हैं कि...
तेरा वोट का है अधिकार | Kavita Tera Vote ka Hai...
तेरा वोट का है अधिकार
( Tera Vote ka Hai Adhikar )
नेता करते सभी से प्यार,
अरे, रे! बाबा, न बाबा।
उन्हें सौंपो फिर से कमान,
अरे,...
कमलेश विष्णु की कविताएं | Kamlesh Vishnu Hindi Poetry
आतुरता ना दिखलायें
सपनों को पूरा करने में
आतुरता ना दिखलायें !
जीवन है अनमोल बहुत
उसको ना व्यर्थ गवाएं !!
"जिज्ञासु" जन जल्दी बाजी में
मर्यादा लांघ न जाएं...
नश्वर जीवन | Kavita Nashvar Jeevan
नश्वर जीवन
( Nashvar Jeevan )
ईश्वर सत्य, सत्य ही सुंदर,
सुंदर ही शिव है !
पड़ना नहीं कभी तुम भ्रम में,
जीवन नश्वर है !!
ये शरीर माटी...
मेरे देशवासियों | Dr. Suman Dharamvir Poetry
Pay Back to Society
Pay back to society
When I was young.
Cow & buffalo gave me milk.
Hen gave me eggs.
Sheep gave me woolen.
Trees gave me fruits...
हम अपने कर्तव्य निभाएं | Kavita Hum Apne Kartavya Nibhaye
हम अपने कर्तव्य निभाएं
( Hum Apne Kartavya Nibhaye )
उठें सुबह फिर निपट नहाएं !
पोलिंग बूथ पर जाकर अपने !!
अपनो के संग वोट दे...
प्रवेशोत्सव कार्यक्रम सत्र 2024-25
"प्रवेशोत्सव कार्यक्रम" सत्र 2024-25
अब कदम बढ़ने लगें,राजकीय विद्यालयों की ओर
सहज सरस शिक्षण अधिगम,
भौतिक सुविधा युक्त परिवेश ।
शिक्षा संग सुसंस्कार अनुपमा,
नवाचार प्रविधि कक्षा समावेश ।
मोहक...
सतपाल भीखी : विचार धारा और मानवीय मूल्यों से जुड़ा संवेदनशील...
मूल पंजाबी कविता --- सतपाल भीखी
अनुवाद --- डॉ. जसप्रीत कौर फ़लक
सतपाल भीखी पंजाबी काव्य क्षितिज के एक जगमगाते सितारे हैं। उनकी कविताएं विचारधारात्मक प्रौढ़ता...
उगता सूरज | Kavita Ugta Suraj
उगता सूरज
( Ugta Suraj )
उगता सूरज हम सबको बस
यही बताता है!
हार न मानें ढलके भी फिर से
उग आना है!!
विमुख नहों कर्मों से अपने
कभी...
रात भर | Kavita Raat Bhar
रात भर
( Raat Bhar )
आकर भी आप करीब ठहरे नहीं क्यों पल भर
बढ़ी धड़कनों में चलती रही हलचल रात भर
गुजरती रही रात ,फ़लक...