आत्मबोध पराकाष्ठा | Atmabodh Parakashtha
आत्मबोध पराकाष्ठा
( Atmabodh parakashtha )
आत्मबोध पराकाष्ठा, स्वर्वेद अनुपमा में
मनुज जीवन परम ध्येय,
आत्म ज्ञान अनवरत प्रयास ।
स्पंदन अलौकिक आभा,
साधन साध्य दिव्य उजास ।
आत्मसात नैतिक जीवन...
पूनम का चांद | Poonam ka Chand
पूनम का चांद
( Poonam ka chand )
आसमान का चांद आज
कुछ ऐसा चमचमा रहा है
मानो नहा कर चांदनी से
बिल्कुल अभी आ रहा है।
ए चंदा, चांदी...
कुदरत | Kudrat
कुदरत
( kudrat )
युगों-युगों से निसर्ग की दुनिया दीवानी,
चलो आज लिखते हैं कुछ नई कहानी।
बाँहें फैलाए खड़ी है ये कुदरत,
छेड़ते हैं बातें कुछ उसकी रूहानी।
अल्हड़...
लम्हे | Lamhe
लम्हे
( Lamhe )
एक लम्हे में ही कहानी बन जाती है
एक लम्हे में ही जीवन बदल जाता है
लम्हे के पल को समझना न कम कभी
कभी...
कल और आज | Kal aur Aaj
कल और आज
( Kal aur aaj )
पहले जब सात्विक खाते थे,
तब हम तंदुरुस्त कहलाते थे।
आज केएफसी में जाते हैं,
तामसी आहार मंगवाते हैं।
पहले घर पर...
चला जायेगा साल तेईस | Chala Jayega 2023
चला जायेगा साल तेईस
( Chala Jayega 2023 )
चला जायेगा साल तेईस
आ गया है दिसंबर
दो बातें याद है मुझे
एक आपकी शक्ल
एक आपका नम्बर
चला जायेगा साल...
दोस्ती के नाम | Dosti ke Naam
दोस्ती के नाम
( Dosti ke Naam )
संग फिजा के दोस्ती की महक भेजना
सर पर हमेशा मुश्किल में हाथ रखना
डूबते सूरज के हाथ थोड़ी रोशनी...
चाय की चुस्कियां | Chai ki Chuskiyan
चाय की चुस्कियां
( Chai ki chuskiyan )
चाय की चुस्कियों में तबियत खुश हो गई।
चेहरे पे रंगत छाई आंगन में रौनक हो गई।
महक उठी महफिल...
राज अपने भी हमसे छुपाने चले हैं | Raaz Apne
राज अपने भी हमसे छुपाने चले हैं
लीक से हमको हटाने चले हैं,
रीत नई वो निभाने चले हैं।
मिटा ना सकेंगे निशां वो हमारे,
दिलों में दूरियां...
त्रेता सम अहसास | Treta Sum Ehsaas
त्रेता सम अहसास
( Treta sum ehsaas )
कलयुग में हो रहा,त्रेता सम अहसास
हिंद रज रज अति हुलसित,
निहार राम मंदिर निर्माण ।
कल्पना भव्य साकार रूप,
जनमानस स्पर्श...