इन दिनों मैंने पढ़ा
वह अद्भुत हैं यह पुस्तक वी के सोमकुमार द्वारा रचित पी राजगोपालाचारी के यात्रा वृत्तांत पर आधारित है। इस पुस्तक में कोई सद्गुरु कैसे अपने सामान्य जीवन के माध्यम से अपने शिष्यों के प्रति संवेदनशील होता है जैसे विषयों को बहुत ही सहजता के साथ अभिव्यक्त किया गया है। पुस्तक में अपने सद्गुरु के साथ…