जुल्म का अब हिसाब करना है | Zulm shayari

जुल्म का अब हिसाब करना है ( Zulm ka ab hisab karna hai )    आज वो बेनकाब करना है जुल्म का अब हिसाब करना है  ख़ूब कर ली...

तन्हा रात की दुहाई देती है | Tanha Raat Shayari

तन्हा रात की दुहाई देती है! ( Tanha raat ki duhai deti hai )   तन्हा रात की दुहाई देती है! रौशनी जब दिखाई देती है! यूं उजालों से...

ये जहाँ यूं भी तो नहीं मेरा | Ye jahan |...

ये जहाँ यूं भी तो नहीं मेरा ( Ye jahan yun bhi to nahi mera )   ये जहाँ यूं भी तो नहीं मेरा तुम्हारे बगैर गुज़ारा यूं...

सनम ख़त का मेरे ज़वाब दें | Khat shayari

सनम ख़त का मेरे ज़वाब दें ! ( Sanam khat ka jawab de )  सनम ख़त का मेरे ज़वाब दें! मुहब्बत का तू वो गुलाब दें  छोड़ो भी...

इसलिए फूल भेजा नहीं प्यार का | Ghazal

इसलिए फूल भेजा नहीं प्यार का ( Isaliye phool bheja nahin pyar ka )    इसलिए फ़ूल भेजा नहीं प्यार का! था फ़रेबी से भरा दिल बहुत यार...

जुमेरात को | Jumerat ko

जुमेरात को ( Jumerat ko )    आज धरा ,यह ज़मीं कुछ नाराज सी लगी आसमां से आफाक में न कभी मिले हो ना कभी ढंग से मुझे ढके हो उल्टा पनाह...

ख़ुशी का हर घड़ी मातम हुआ है | Matam shayari

  ख़ुशी का हर घड़ी मातम हुआ है ( Khushi ka har ghadi matam hua hai )    नहीं दिल से मेरे, गम कम हुआ है ख़ुशी  का  हर ...

कौन रक्खे प्यार अपने के लिए | Badiya si ghazal

कौन रक्खे प्यार अपने के लिए  ( Kaun rakhe yaar apne ke liye )    कौन रक्खे प्यार अपने  के लिए ! लड़ रहे है लोग पैसे के...

पूरे हक़ के साथ | Ghazal poore haq ke saath

पूरे हक़ के साथ  ( Poore haq ke saath )  पूरे हक़ के साथ ये ग़म किया गया है तेरे बाद से नशे को कम किया गया...

सुरमई ख़्वाब | Suramai Khwab

सुरमई ख़्वाब ( Suramai Khwab )   शाख पे फूल मुहब्बत के खिलाने आजा। मैं हूँ तेरी ये ज़माने को बताने आजा।। रह के तन्हा यूँ सफर मुझ से...