करगिल जंग | Kargil Jung
करगिल जंग!
( Kargil Jung )
युद्ध के उस रंग में, दुश्मन के साथ जंग में,
बहादुरी दिखा रहे थे हमारे रणबाँकुरे।
टाइगर हिल हो या हो द्रास...
आई फ्लू | Eye Flu
आई फ्लू
( Eye Flu )
बारिश बुला रही बीमारियां रखना उसका ध्यान,
छूने मत देना प्रभावित व्यक्ति कोई भी सामान।
नाक-कान स्कीन के साथ रखें ऑंखों का...
तपन | Tapan
तपन
( Tapan )
तपन है जैसे तपती रेत मे नंगे पांव की
मिली न बसर जिंदगी मे किसी छांव की
चलता ही रहा ,फजर से शामेरात तक
मिली...
नारी एक रूप अनेक | Nari ek Roop Anek
नारी एक रूप अनेक
( Nari Ek Roop Anek )
किसी का मुकद्दर संवारती है ,
किसी का मुकद्दर बिगाड़ती है ,
नारी अगर जिद्द पर आ जाए
राजा...
वाह भाई वाह | Wah Bhai Wah
वाह भाई वाह
( Wah Bhai Wah )
बालपन से बनना चाहतें कवि-लेखक साहित्यकार,
मन में थी उनके ऐसी आशा उसको किया साकार।
तारक मेहता का उल्टा चश्मा...
Poem in Hindi on Nari | नारी
नारी
( Nari )
नारी प्यासी प्रेम की, वो चाहे सबका मान
रूखी सूखी से संतुष्ट है,मांगे बस सम्मान
पूरे घर का भर उठाए,जूझे दिन और रात
रहे न...
जीना है तो गेहूं छोड़ दो | Gehun Chhod do
जीना है तो गेहूं छोड़ दो
( Jeena hai to gehun chhod do )
आज से ही सब छोड़ दो यह गेहूं की रोटियां खाना,
नहीं तो...
अंतर | Antar
अंतर
( Antar )
निर्वस्त्र कपड़ों मे
कैसी दिखती होगी वह
मांशल जिस्म
उभरे वक्षस्थल
कामिनी काया लिए हवस परी सी….ठीक अनुभव किया तुमने
वह वैसी ही थी ,ठीक
जिसने तुम्हे पैदा...
बुनियाद | Buniyaad
बुनियाद
( Buniyaad )
पूरी ईमानदारी से
केवल तीन प्रश्नों के उत्तर ही
खोज लीजिए ,की अब तक आपने
क्या खोया क्या पाया
आपके समाज और देश ने
क्या खोया क्या...
युगों से नारी | Yugon se Nari
युगों से नारी
( Yugon se nari )
( मणिपुर में हुई बर्बरता की घटना से मेरा संवेदनशील ह्रदय सिहर उठा है उसी पीड़ा से उत्पन्न...