वतन की खुशबू | Watan ki khushboo

वतन की खुशबू! ( Watan ki khushboo )   मेरी हर साँस में रहती है वतन की खुशबू, मुझे कितनी अजीज है इस चमन की खुशबू। उतर के आ...

प्रिय आ जाना | Prem par kavita

प्रिय ! आ जाना ( Priye aa jaana )    यह प्रेम छिपाए ना छिपता जब पास प्रिय ना होती हो दिल दर्द सहे कितना पूछो? अधमरा मरा कर देती...

वर्ल्ड वार के मुहाने पर विश्व | Kavita world war ke...

वर्ल्ड वार के मुहाने पर विश्व ! ( World war ke muhane par vishwa )   दुनिया को सुलगता देखना चाहता है अमेरिका, खून की नदी भी बहाना...

मैं थानेदार हूँ | Thanedar par kavita

मैं थानेदार हूँ! ( Main thanedar hoon )   जो कानून का आँचल फाड़ते हैं, मैं उन्हें फाड़ता हूँ। ऐसे मजनुओं का जुनून मैं, जूतों से कुचलता हूँ। मैं सेवक हूँ...

दिवाली की जगमग रात | Diwali ki poem

दिवाली की जगमग रात ( Diwali ki jagmag raat )   दीयों की रोशनी में जगमगा रही दिवाली की जगमग रात जहां जहां राम ने चरण रखे हो रही खुशियों...

कर्म करता चल | Kavita karma karta chal

कर्म करता चल ( Karma karta chal )   कर्म करता चल बटोही,कर्म करता चलराह में कांटे मिले तो,ध्यान देकर चल। जिंदगी के इस सफ़र मेंकष्ट है हर...

जान छिड़कने लगे हैं | Poem jaan chidakne lage hain

जान छिड़कने लगे हैं ( Jaan chidakne lage hain )   तारे भी देखो ठिठुरने लगे हैं, लोग दुशाले अब ओढ़ने लगे हैं। उतर चुका है वो बाढ़ का...

ए०पी०जे०अब्दुल कलाम ( एक घटना ) | A.P.J. Abdul Kalam Kavita

ए०पी०जे०अब्दुल कलाम ( एक घटना )  ( A. P. J. Abdul Kalam Kavita  )  कल का जीवन किसने देखा,जो सोचा क्या सब पाई ली है है कठिन-सरल...

परिवार | Parivar par kavita

परिवार ( Parivar )   चाहे कोई कितना भी हो पास, चाहे तुम हो किसी के कितने भी खास। छोटी-बड़ी बातों को पल में जो भुला दे, वो परिवार ही...

राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम | Rashtrapati Abdul Kalam par kavita

राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम ( President Dr Abdul Kalam )   मानवता के आप मसीहा माननीय कलाम। शत शत वंदन आपको आदाब और सलाम।   राष्ट्र हितेषी राष्ट्रपति रहे देश...