सूने घर राह देखते अपनों की | Kavita soone ghar

सूने घर राह देखते अपनों की ( Soone ghar rah dekhte apno ki )   सूनी पड़ी हवेलियां अब जर्जर सी हुई वीरान राह देखती अपनों की सब...

चाँद का दीदार | Karva chauth ki kavita

चाँद का दीदार! ( Chaand ka deedar )   बाँहों में बीते उनके सारी उमर ये खंजन की जैसी नहीं हटती नजर ये। जिधर देखती हूँ बहार ही बहार...

करवा चौथ मनाऊ मै | Karva chauth par kavita

करवा चौथ मनाऊ मै ( Karva chauth manaun main )   करवा चौथ मनाऊं मै करवे को सजाऊ मैं गणेश का पूजन कर दूर्वा उन्हें चढ़ाऊ मैं एड़ी में लगा आलता सिंदूर...

सजना है मुझे सजना के लिए | Kavita sajna hai mujhe...

सजना है मुझे सजना के लिए ( Sajna hai mujhe sajna ke liye )   सजना है मुझे सजना के लिए दिल सजनी का झूम झूम गाने लगा ओढ़...

कर्तव्य बोध | Hiaku Kartavya Bodh

कर्तव्य बोध ( Kartavya bodh )   कर्तव्य बोध जीवन में हमको मार्ग दिखाते कर्म शुभ हो भाव विमल सारे यश दिलाते उन्नति पथ बढ़ते रहो सदा प्रगति पाते सम्मान सदा बुजुर्गों का करना आशीष पाते छोटों को प्यार बड़ों...

बड़े लोग | Kavita bade log

बड़े लोग ( Bade log )   मैं बहुत बड़ी कवियत्री हूँ ऐसा उसने मुझसे कहा एक दिन कवि सम्मेलन में मुझे भी साथ ले चलो कहां बहुत बड़ा कवि सम्मेलन...

महाबली पराक्रमी रावण | Raavan par kavita

महाबली पराक्रमी रावण ( Mahaabali Parakrami Raavan )   दसो दिशा में देवलोक तक दशानन करता राज। स्वर्ण नगरी सोने की लंका लंकेश रावण महाराज।   महा पराक्रमी बलशाली योद्धा...

मन के मुलायम | मुलायम सिंह यादव पर लिखी शोक कविता

मन के मुलायम  ( Man Ke Mulayam )चल कर अपने जीवन पथ पर बदला समाज अपने बल पर निज प्यार लुटाया कर भरकर की राजनीति खूब चढ़ बढ़कर अर्पित...

चाहता हूँ | Ghazal chahta hoon

चाहता हूँ ( Chahta hoon )    प्यार का अपने पिला दे ए सनम पानी मुझे तू बना ले ज़िंदगी भर के लिये जानी मुझे   प्यार की करके फुवारे...

तुम कैसी मां हो | Kavita tum kaisi maa ho

तुम कैसी मां हो? ( Tum kaisi maa ho )  फेंक चलीं क्यों ?दिल रोता है!कूड़े में अब दम घुटता है!अंदर ही अंदर दहता है!कितनी विह्वलता...