सत्य अहिंसा

सत्य अहिंसा   सत्य है तो सत्य का प्रयोग होना चाहिए। अहिंसा वही है कोई नहीं रोना चाहिए।।   उदर पूर्ति भी रहे रक्षा भी स्वाभिमान की, ब्योम तक लहराये...

देख रहे सब चीरहरण

 देख रहे सब चीरहरण    बैठे धृष्टराज की अंधी सभा में  देख रहे सब चीरहरण , कुछ लगाते ठहाका  ,  द्रोणाचार्य ,विदुर ज्ञानी हैं बैठे मौन , बोल न पाता...

घूंघट

घूंघट सतरंगी रश्मियों सा आकाश होगा। घूंघट का पट खुलेगा तो प्रकाश होगा।। मीन जल के बीच करत कलोल जो है, नैन के गोलक अमोलक लोल जो हैं, कनक...

बड़े मामले में विफल होती सीबीआई!

बड़े मामले में विफल होती सीबीआई! ******हाईप्रोफाइल मामलों में विफल होती सीबीआई, यह बात कुछ हजम नहीं होती भाई ! बोफोर्स तोप घोटाला, 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाला। कर्नाटक खनन...

मौसम गर्मी का

?मौसम गर्मी का ?   अब तो तैयारी कर लो मौसम है आया गर्मी का। देखो त्याग कर दिया है इस धूप ने भी नर्मी का।।   कहां बूंद...

बाइज्जत बरी | Kavita Baijjat Bari

बाइज्जत बरी ! ( Baijjat bari )बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में, सीबीआई की विशेष अदालत ने- फैसला दिया है; सभी 32 आरोपियों को बरी किया है। आडवाणी , जोशी...

ठंड का कहर | Thand par Kavita

ठंड का कहर ( Thand ka kahar )    देखो  ठंड  ढा  रही  है  कहर  सर्दी  की। चीर  रही  तन  को  शीत-लहर  सर्दी  की।।  कभी   ऐसा  बेरहम  मौसम  नहीं ...

बरखा | Barakha par Kavita

बरखा ( Barakha )   छम-छम करती आ पहुंची, फुहार बरखा की। कितनी प्यारी लगती है, झंकार बरखा की।।   हल्की-फुल्की धूप के मंजर थे यहां कल तलक। टपा-टप पङी बूंदे...

मृत्युबोध | Mrityu Bodh par Kavita

मृत्युबोध ( Mrityu Bodh )   कुछ धुंवा से द्वंद मंडराने लगे हैं। मृत्यु तत्व महत्व समझाने लगे हैं।। ऐषणाओं से सने, जीवन से मुक्ति, बन मुमुक्षु अन्यथा, है मृत्यु...

शान तिरंगे की | Tiranga par kavita

शान तिरंगे की ( Shaan tiranga ki )    सबसे ऊंची आज जगत् में शान तिरंगे की । वर्षों बाद लौटी है पहचान तिरंगे की।।   अब बीच खङी ये नफ़रत की दीवार...