तुम कहो तो | Tum Kaho to

तुम कहो तो ( Tum kaho to )    तुम कहो तो कुछ न कहूँ लब सी लूँ, अल्फाज़ खामोंश कर दूँ समझ सको तो समझ लेना मेरी खामोशियों को बर्फ सी जमी मेरी जुबां...

जन्मदिवस मुबारक मां | Happy Birthday Maa

जन्मदिवस मुबारक मां ( Happy Birthday Maa)    साधारण सा बालक था मै, आशीर्वाद बताया। हर ग़म मुझसे पहले माता, तुझसे ही टकराया। खुद तू आंसू पीती आयी, अमृत...

ब्याह | Byah

ब्याह ( Byah )    तेरे आंगन की चिड़ियां बाबा एक दिन मैं उड़ जाऊंगी, दिखेगा चंदा सूरज तुझको पर मैं नजर ना आऊंगी। मंडप सजाया खुशियां मनाई सहरे...

सामाजिक चिंतन | Samajik Chintan

सामाजिक चिंतन ( Samajik chintan )    सामाजिक चिंतन, यथार्थ से आदर्श की ओर जननी जन्म भूमि गौ माता, अंध भौतिक युग शिकार । बढते वृद्धाश्रम भू विदोहन अवारा गायें, संकेत...

जीवन की सत्यता | Jeevan ki Satyata

जीवन की सत्यता ( Jeevan ki satyata )    सतत ओस के झरते कण दिखाई तो नही देते पर,बना देते हैं महा सागर को जैसे ऐसे ही कर्म के प्रवाह मे दुआओं...

बिटिया घर की जान | Bitiya Ghar ki Jaan

बिटिया घर की जान ( Bitiya ghar ki jaan )    सौ दीपक एक मुस्कान बिटिया तो घर की जान ! लाडली सबकी होती हैं दानी नानी की पहिचान ! बड़ी...

फिर हमने मोहब्बत को सरे आम कर | Mohabbat ko Sare...

फिर हमने मोहब्बत को सरे आम कर ( Phir humne mohabbat ko sare aam kar )    छुप छुप के दिल का बुरा हाल कर लिया सच जानिए...

राधेश विकास की कविताएँ | Radhesh Vikas Poetry

खेल चलो एक खेल मिलकर खेलते हैं। जिसमें प्रतिद्वन्दी कोई नहीं होगा, न किसी को ललकारना ही है। न किसी की मर्यादा रखनी है, क्यों कि मर्यादा है ही नहीं फिर ताख पर...

बेटियां – पूर्णिका

बेटियां - पूर्णिका   मां की हर भावना का,पिता के स्नेह का, जग में सदा मान सम्मान रखती है बेटियां । मंदिर ले जातीं,शॉपिंग करातीं, घर का साज, सजाती...

मिसाल बने तो बात है | Misal Ban

मिसाल बने तो बात है ( Misal bane to baat hai )    मेहनत करके दुनिया में, खुशहाल बनो तो बात है। काबिल जग में बन दिखाओ, मिसाल बने तो...