रामकेश एम. यादव की कविताएं | Ramkesh M. Yadav Hindi Poetry

तुम्हें गिनके मिली हैं ये साँसें (भजन ) संसार को समझो जगवालों, संसार में अपना कोई नहीं। जब दुःख का बादल मँडराए, उस प्रभु के आगे कोई नहीं।तकलीफ...

कैसे-कैसे योगी | Kahani Kaise Kaise Yogi

चारों तरफ भीड़ ही भीड़ थी। सबके मुंह से एक ही बात निकल रही थी कि चमत्कार हो गया ।ऐसा चमत्कार तो मैंने देखा...

आचार्य श्री महाश्रमण जी | Acharya Shri Mahashraman Ji

आचार्य श्री महाश्रमण जी ( Acharya Shri Mahashraman Ji )गण के है आप जयोतिर्धाम । अभिनव चिन्तन गहरा मंथन । प्राप्त हुए हमको ग्याहरवें गण सरताज । नेमा...

व्यवहार | Hindi Poem Vyavahar

व्यवहार ( Vyavahar )   बातों से ही तो बढ़ेंगी अपनी बातें हाथों से हि हाथ मिलेंगे तब हमारे तन्हा कटता नहीं सफ़र जिंदगी का रास्ते हि तो बनते...

शरीफ़ ख़ान की कविताएं | M.S. Khan Hindi Poetry

मां ईश्वर का वरदान   मां, ईश्वर का वो अपने अद्भुत वरदान, जो हमें देती हैं प्यार और सम्मान।मां के कदमों में जन्नत नसीब होती है जो हमे...

पर्यावरण दिवस | Hindi Poem on World Environment Day

पर्यावरण दिवस   पेड़-पौधे काटकर बैनर,पोस्टर बना रहे है, संदेशो में जागरूकता अभियान चला रहे है । विलासिता पूर्ण जीवन जीने की चाहत में, हम प्राकृतिक सम्पदा को नित मिटा...

पुल- विश्वास का

पुल- विश्वास का   पहले हमारे बीच बहुत गहरा रिश्ता था प्रेम की नदी पे बने विश्वास के पुल की तरह उस पुल से हम देखा करते थे कभी इन्द्र धनुष के...

सब्ज़ीवाला और नेता | Kahani Sabjiwala aur Neta

हमारी कालोनी की दो औरतें मिसेज़ शर्मा और मिसेज़ वर्मा गली में खड़ी होकर बातें कर रही थीं । "...और मिसेज़ शर्मा जी अबकी बार...

ज़िंदगी बदरंग है | Ghazal Zindagi Badrang Hai

ज़िंदगी बदरंग है ( Zindagi Badrang Hai )   नफ़रतों से प्यार की अब जंग है हर ख़ुशी से ज़िंदगी बदरंग है अंजुमन में कुछ हुआ ऐसा यहाँ देखके...

अधिकारी | व्यंग्य रचना

अधिकारी  ( Adhikari )    अधिकारी देश की ला-इलाज बीमारी! काम नहीं कौड़ी का पगार चाहिए ढेर सारी! मिली-भगत से इनके ही भ्रष्टाचार है जारी! हर तरफ यही नज़ारा है कोई भी हो विभाग सरकारी! छोड़ दे, छोड़ दे धन...