Monthly Archives: October 2020

मेरी पहचान बता

मेरी पहचान बता   मैं लड़की हूं इसे छोड़ मेरी पहचान बता घर मेरा मायका है या ससुराल मेरा मका बस एक बार तू मेरा पता बता   मैं लड़की हूं इसे...

बेटियों को मजबूर नहीं मजबूत बनाइए

बेटियों को मजबूर नहीं मजबूत बनाइए   क्या हम वही हैं जो हमें होना चाहिए  ? जब हमारे अंदर इंसानियथत ही नहीं तो क्या हमें जीना चाहिए   ?   आज के...

सुभाष चंद्र बोस ने कहा था ( कविता )

सुभाष चंद्र बोस ने कहा था ( कविता )    'नेता  जी'  निज  हिन्द सैना से, जोश  मे   भर  यूं   कहे  खङे। सबक  सिखाना  है  दुश्मन को फैसले    लेगे  ...

प्रवास

प्रवास   अश्रुधारा हृदय क्रंदन दहन करता। प्रिय तुम्हारा प्रवास प्राण हरन करता।।  नभ में देखा नीड़ से निकले हुये थे आंच क्या थोड़ी लगी पिघले हुये  थे, उदर अग्नि...

कुमार के मुक्तक | Kumar ke muktak

कुमार के मुक्तक ( Kumar ke muktak )    १ बहते   हुए  जल   पे  कभी  काई नहीं आती,बिना  उबले   दूध  पर   मलाई   नहीं  आती। थोङी  बहुत  शायरी  तो  सभी ...

बोल कर तो देखो

बोल कर तो देखो  सुनो- तुम कुछ बोल भी नहीं रहे हो यहीं तो उलझन बनी हुई है कुछ बोल कर दूर होते तो चल सकता था…..  अब बिना बोले...

वक्त कुछ इस तरह गुजारा है

वक्त  कुछ  इस तरह गुजारा है    वक्त  कुछ  इस तरह गुजारा है । दर्द  जीने  का  इक  सहारा है ।।  जो  नही  हम जुबां से कह पाए। आंसुओं ...

बढ़ती बेरोज़गारी

 बढ़ती बेरोज़गारी    रोज़ ही देखो बढ़ती बेरोज़गारी  क़त्ल मुफ़लिस के करती बेरोज़गारी  सोता भूखे पेट नहीं मासूम बच्चा जो नहीं इतनी होती बेरोज़गारी  आटा कैसे मैं ख़रीदूँगा भला अब बढ़...

साफ दिल ग़र है तेरा छलेंगे तुझे

साफ दिल ग़र है तेरा छलेंगे तुझे   साफ दिल ग़र है तेरा छलेंगे तुझे। लोग अपने-पराये मिलेगे तुझे।।   वक्त पे काम आते नहीं ये कभी। आँख- सी फेर...

मोहाली जैसे छोटे से शहर से निकल अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान...

हर कलाकार की तरह हरि सिंह की ख्वाहिश थी कि वह अपने विधा में शोहरत हासिल कर बुलंदियों को छुएं और दुनिया में अपनी...