Monthly Archives: April 2022
पत्थर दिल | Poem pathar dil
पत्थर दिल
( Pathar dil )
पत्थर फेंक दो मेरे यार पत्थर दिल मत बनो।
जोड़ो दिलों के तार बिना बात भी मत तनो।
मत बिछाओ राहों...
जिंदगी मेरी अकेले कट रही है | Ghazal zindagi meri akele...
जिंदगी मेरी अकेले कट रही है
( Zindagi meri akele kat rahi hai )
जिंदगी मेरी अकेले कट रही है !
भेज कोई तो ख़ुदाया अब परी...
दीपावली पर निबंध | Dewali essay in Hindi
दीपावली पर निबंध
( Essay in Hindi on Dewali )
प्रस्तवना -
भारत त्योहारों की भूमि है। हालांकि कोई भी त्योहार दिवाली से बढ़ कर नही है।...
हीरो के भाई का मुंडन | Vyang hero ke bhai ka...
हीरो के भाई का मुंडन
( Hero ke bhai ka mundan )
मैं संगम पर अपना सिर मुंडवा रहा था। मेरे वालिद का इन्तकाल जो हो...
यहाँ हो रही ख़ूब अब मयकशी है | Ghazal yahan ho...
यहाँ हो रही ख़ूब अब मयकशी है !
( Yahan ho rahi khoob ab mayakashi hai )
यहाँ हो रही ख़ूब अब मयकशी है !
न कोई ...
मौसम गुलाबी कहाँ है | Ghazal mausam gulabi kahan hai
मौसम गुलाबी कहाँ है
( Mausam gulabi kahan hai )
मुहब्बत ऐ मौसम गुलाबी कहाँ है!
मेरे पास उसकी निशानी कहाँ है
उसी का यहाँ नाम बदनाम यूं...
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर | Poem Dr. Bhimrao Ambedkar
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर
( Dr. Bhimrao Ambedkar )
संविधान निर्माता नमन वंदन हे राष्ट्र रतन भारत
पंचशील सिद्धांत अपनाया बौद्ध धर्म में हुये रत
समानता भाईचारा मानवतावाद के...
ख़ुशी से बहुत बदनसीब हूँ | Badnaseeb Shayari
ख़ुशी से बहुत बदनसीब हूँ
( Khushi se bahut badnaseeb hoon )
ख़ुशी से बहुत बदनसीब हूँ
बड़ा जिंदगी में ग़रीब हूँ
वफ़ा पर तू मेरी यकीन कर
तेरा...
मंजिल | Poem manzil
मंजिल
( Manzil )
मंजिल अपनी निश्चित है,और भाव भी मन मे सुदृढ़ है।
रस्ता तय करना है केवल,जो मंजिल तक निर्मित है।
जो मिलता ना रस्ता तो...
चेहरे के पीछे चेहरा है | Ghazal chehare ke peechhe chehara...
चेहरे के पीछे चेहरा है
( Chehare ke peechhe chehara hai )
वो राज़ बहुत ही गहरा है
चेहरे के पीछे चेहरा है।
आंखें उसकी काली काली
बालों का...