Monthly Archives: May 2022

इतना भी मत शोर मचाओ | Poem itna bhi mat shor...

इतना भी मत शोर मचाओ ( Itna bhi mat shor machao )   इतना भी मत शोर मचाओ, शहरों में। सच दब कर रह जाये न यूँ, कहरों...

चले आओ मेरे गांव में | Geet chale aao mere gaon...

चले आओ मेरे गांव में ( chale aao mere gaon mein )    ठंडी ठंडी मस्त बहारे मदमस्त बहती मेरे गांव में चौपालों पर लोग मिलते बरगद की...

खोज | Poem khoj

खोज ( Khoj )   जिस सूरत को खोजने,दर दर भटके पाँव । किन्तु नहीं पाया उसे,कहीं किसी भी ठाँव ।।   शहर गाँव में हरतरफ, देख लिया सबओर । जाने...

शब्दों का सफर | अहमियत

शब्दों का सफर ( Shabdon ka safar )  अहमियत अहमियत उनको दो जो सच खातिर लड़ सके बात कहने का हौसला हो सच्चाई पे अड़ सके सच कहता हूं...

ताती ताती लूंवा चालै | मारवाड़ी फटकारो

ताती ताती लूंवा चालै    धोळै दोपारां लाय बरसै आंधड़लो छा ज्यावै है ताती ताती लूंवा चालै आग उगळती आवै है   बळै जेठ महीनो तातो सड़का तपरी होकै...

निभाए साथ जो | Ghazal nibhaye saath jo

निभाए साथ जो  ( Nibhaye saath jo )    निभाए साथ जो वो हम सफ़र ऐसा कहाँ मिलता वफ़ाओ का मगर ऐसा यारों  रस्ता कहाँ मिलता   निभाए जो  हमेशा...

मन का विश्वास | Kavita man ka vishwas

मन का विश्वास (  Man ka vishwas )   बवाल बड़ा होता बोले तो हंगामा खडा हो जाता सहता रहा दर्द ए दिल को कब वक्त बदल जाता   वो...

भगवान के डाकिए | Bhagwan ke dakiye chhand

भगवान के डाकिए ( Bhagwan ke dakiye )   फूलों की मस्त बहार, बहती हुई बयार। पेड़ पौधे नदी नाले, ईश्वर के डाकिए।   पशु पक्षी जीव जंतु, काले काले मेघ घने। हंसी वादियां...

दान और दक्षिणा | Chhand daan aur dakshina

दान और दक्षिणा ( Daan aur dakshina )   मनहरण घनाक्षरी    दान दीजिए पात्र को, दक्षिणा विप्र जो होय। रक्तदान महादान, जीवन बचाइए।   पात्र सुपात्र को देख, दान जरूर कीजिए। अन्नदान सर्वोत्तम, भोजन खिलाइए।   अनुष्ठान करे...

प्यासा मन | Geet pyasa man

प्यासा मन ( Pyasa man )   उमड़ घुमड़ बदरिया बरसे बरसाओ प्रेम जरा सा सावन की झड़ी लग रही मन मेरा फिर भी प्यासा मन मेरा फिर भी...