Monthly Archives: September 2022

मेरी संस्कृति | Poem meri sanskriti

मेरी संस्कृति ( Meri sanskriti )   है अलग मेरी संस्कृति नहीं उसमें कोई विकृतिचुटकी भर सिंदूर तेरा मौन मेरी स्वीकृतिगरिमा बढ़ाती लाल बिंदिया। विदेशी कर रहे अनुकृतिपायलेे पैरों में...

फूल खुशबू हुस्न चेहरा जाम है तू | Ghazal Phool khushboo

फूल खुशबू हुस्न चेहरा जाम है तू ( Phool khushboo husn chehra jaan hai tu )    फूल ख़ुशबू हुस्न चेहरा जाम है तू प्यार का मेरी सकूं...

शहीद उधम सिंह | Poem on Shaheed Uddham Singh

शहीद उधम सिंह ( Shaheed Uddham Singh )   आल्हा छंद   उथल-पुथल पंजाब मच गई, क्रांतिकारी देखा कमाल। आजाद भगतसिंह बिस्मिल से, मां भारती रणवीर लाल।   उधम सिंह प्रभावित...

अंबिकापुर सोसाइटी में हुआ कवि सम्मेलन, कवियों ने बांधा समा

अंबिकापुर सोसाइटी में हुआ कवि सम्मेलन, कवियों ने बांधा समा  छिंदवाड़ा - चन्दनगाँव स्थित अंबिकापुर सोसाइटी में गणेशोत्सव के उपलक्ष में विराट कवि सम्मेलन का...

भीनी भीनी चांदनी | Chhand bhini bhini chandni

भीनी भीनी चांदनी ( Bhini bhini chandni )विधा मनहरण घनाक्षरी    उज्जवल उज्जवल, भीनी भीनी मद्धम सी। दूधिया सी भीगो रही, दिव्य भीनी चांदनी।   धवल आभा बरस, सुधा रस...

कविता परिवर्तन | Kavita Privartan

कविता परिवर्तन ( Kavita Parivartan )   सोचने को मजबूर एक सोच सुबह के आठ बजे आते हुए देखा एक बेटी को शौच करते हुए नजरें मैंने घुमा ली शर्म...

हिन्द की हिंदी | Kavita Hindi Ki Hindi

हिन्द की हिंदी ( Hindi Ki Hindi )  स्वर ध्वनि शब्दों की हिंदी भाषाअमृत धारा सी बह रही हैरगो में शीतल सरिता सी चलकरसांसों के सागर...

ज्ञान अनमोल खजाना है | Kavita gyaan anamol khazana hai

ज्ञान अनमोल खजाना है  ( Gyaan anamol khazana hai )  ज्ञान अनमोल खजाना हैबांट सका है कौन इसे ? न भाई बंधु जमाना हैअनमोल रतन है हर...

पुड़िया का नशा | Kavita pudiya ka nasha

पुड़िया का नशा ( Pudiya ka nasha )   पुड़िया खा मुंह भरे गुटखा का रसपान सड़क दीवारें हो गई अब तो पिक दान   दंत सारे सड़ने लगे उपजे...

चिंता | Chhand chinta

चिंता ( Chinta )मनहरण घनाक्षरी   चिंता चिता समान है, तन का करें विनाश‌ खुशियों से झोली भरे, थोड़ा मुस्कुराइए।   छोड़ो चिंता जागो प्यारे, खुशियां खड़ी है द्वारे। हंसो हंसाओ...