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सबक | Sabak
सबक
( Sabak )
आज तकलीफ़ महसूस की कल भूल जाया करते हैं,
अच्छे बुरे वक़्त का सबक हम याद ही कहाँ रखते हैं,
चंद शहद में लिपटे...
उड़त बा रंगवाँ | Urat ba Rangwa
उड़त बा रंगवाँ
( Urat ba Rangwa )
उठावा न साया घड़ी-घड़ी,
उड़त बा रंगवाँ गली-गली।
तोड़ा न सिग्नल,न तोड़ा कली,
उड़त बा रंगवाँ गली-गली। (2)
गमकत बा तोहरो...
एडोल्फ हिटलर | Adolf Hitler
एडोल्फ हिटलर
( Adolf Hitler )
प्रेम की प्यास में व्याकुल
एक नवयुवक
ऑस्ट्रिया की गलियों में
घूमा करता।
काश कोई तरुणी
उसके दर्द को
समझ पाती
और करती प्रेम तो
वह महान...
विकास और बाजार | Vikas aur Bazaar
विकास और बाजार
( Vikas aur bazaar )
हमने मान लिया
इंसान को भगवान
और भगवान को पत्थर,
पत्थर को रख कर
लगा दिया बाजार
और फिर शुरू हुआ
विकास का क्रम,
जमीने...
मन्नत | Mannat
मन्नत
( Mannat )
रूपसी हो तुम्हीं मेरी प्रेयसी हो
ग़ज़ल हो मेरी तुम्हीं शायरी हो
बहार हो तुम ही तन्हाई भी हो
जीवन की मेरे शहनाई भी तुम्ही
दो...
गौ सेवा | Gau Seva
गौ सेवा
( Gau Seva )
भाग्योदय के द्वार खुलते, गौ सेवा भक्ति से
संपूर्ण देव लोक उर वसित,
समुद्र मंथन विमल रत्न ।
सदा पुलकित मनुज जीवन,
कर...
महिलाएं | Mahilayen
महिलाएं
( Mahilayen )
महिलाएं
एक ही गाड़ी के दो पहिए हैं
महिलाएं
कभी ना थकती हैं
कभी ना रूकती है
ना जाने कैसे रहती हैं
महिलाएं
आधी आबादी कहलाती हैं
महिलाएं
माथे पर...
शिव शंकर कैलाशपति | Shiv Shankar Kailashpati
शिव शंकर कैलाशपति
( Shiv Shankar Kailashpati )
शिव शंकर कैलाशपति की, कर ले सेवा यार मेरा।
औघड़ दानी भोला भंडारी, भर देगा भंडार तेरा।
शिव शंकर कैलाशपति...
औरत | Aurat
औरत
( Aurat )
( 2 )
औरत फूलों की तरह....नाज़ुक सी होती है,
मगर...काँटों को भी पलकों से वो चुनती है,
उसके चरित्र की धज्जियां दुनिया उड़ाती है,
फिर...
शायर विनय साग़र जायसवाल के ग़ज़ल संग्रह पयामे-ज़ीस्त का लोकार्पण
शायर विनय साग़र जायसवाल के ग़ज़ल संग्रह पयामे-ज़ीस्त का लोकार्पण एवं सम्मान समारोह का आयोजन के बी एस प्रकाशन दिल्ली द्वारा साहित्य कार निरुपमा...