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बेटे का मकान | Bete ka Makan

बेटे का मकान ( Bete ka Makan )    कभी रहती थी माँ गाँव में, बाबूजी के बनाए मकान में, अब रहने लगी है माँ, बेटे के बनाए मकान...

औरत समपर्ण है | Aurat Samarpan Hai

औरत समपर्ण है ( Aurat Samarpan Hai )   औरत को एक जन्म में समझना चाहते हो ग़लत फ़हमी में हो औरत को समझने के लिये एक जन्म नहीं,...

नेह | Neh

नेह ( Neh )   अंतर हिलोरें उठ रहीं, नेह के स्पंदन में मन गंगा सा निर्मल पावन, निहार रहा धरा गगन । देख सौम्य काल धारा, निज ही निज मलंग...

चलो अयोध्या नगरिया | Chalo Ayodhya Nagariya

चलो अयोध्या नगरिया ( Chalo ayodhya nagariya )   होली खेलें रघुबीर, चलो अयोध्या नगरिया। (4)हँसी-ठिठोली संग खेलेंगे होली, सजी अयोध्या जैसे दुल्हन-नबेली। वहाँ तारेंगे अधम शरीर, चलो अयोध्या नगरिया, होली खेलें...

उत्तरदायी | Uttardayi

उत्तरदायी ( Uttardayi )   आज की मत सोचिए वह तो आपका ही है,आपके सामने है और आपसे ही है आज के साथ मिलकर कल को गढिये क्योंकि, यही कल जब लौटेगा...

जानकी अनुपमा | Janki Anupma

जानकी अनुपमा ( Janki Anupma )    जानकी अनुपमा,राम वैभव आधार जनक दुलारी महिमा अद्भुत, प्रातः वंदनीय शुभकारी । राम रमाकर रोम रोम, पतिव्रता दिव्य अवतारी । शीर्ष आस्था सनातन धर्म, सुरभि संस्कृति...

चलता अयोध्या नगरिया | Chalta Ayodhya Nagariya

चलता अयोध्या नगरिया ( Chalta Ayodhya Nagariya )    सुना सइयाँ आवत बा होली, चलता अयोध्या नगरिया। (4) रामजी कै देखित सुन्दर मुरतिया, मरलो पे बिसरी न ओनकर सुरतिया। भरि जात...

उम्मीदें | Ummide

उम्मीदें  ( Ummide )   उम्मीदें अक्सर चोट पहुंचाती है, कमजोर होने का एहसास दिलाती है। प्रेम और मोह में फंसा व्यक्ति ,दूसरों से उम्मीदें रखता है , चोटिल होने...

नारी नित नमनीय | Nari Nit Namniye

नारी नित नमनीय ( Nari Nit Namniye )   रंग बिखरे हों रंगोली से भरा हो सारा आकाश नेह का काजल लगाकर खत्म सारे ' काश' हों .....! आदी से उस...

मधुरिम-बंसत | Madhurim Basant

मधुरिम-बंसत ( Madhurim-Basant ) तुम आये हो नव-बंसत बन कर मेरे प्रेम - नगर में दुष्यंत बन कर कुंठित हो चुकी थीं वेदनाएँ बिखर गई थीं सम्भावनाएँ आज पथरीली बंजर...