बिन चिता के ही चिता की सी तपन | Chita par...
बिन चिता के ही चिता की सी तपन
( Bin chita ke hi chita ki si tapan )
बिन चिता के ही चिता की सी तपन...
सामाजिक चिंतन | Samajik Chintan
सामाजिक चिंतन
( Samajik chintan )
सामाजिक चिंतन, यथार्थ से आदर्श की ओर
जननी जन्म भूमि गौ माता,
अंध भौतिक युग शिकार ।
बढते वृद्धाश्रम भू विदोहन अवारा गायें,
संकेत...
आजादी के तराने | Azadi ke tarane kavita
आजादी के तराने
( Azadi ke tarane )
क्रांतिकाल में लड़ी वीरों ने आजादी की लड़ाई थी
भारत माता के चरणों में प्राणों की भेंट चढ़ाई थी
हंसते-हंसते...
इतिहास | Kavita Itihas
इतिहास
( Itihas )
उड़ती हैं नोट की गड्डियाँ भी
दरख़्त के सूखे पत्तियों की तरह
होती है नुमाइश दौलत की
फ़लक पे चमकते सितारों की तरह
बेचकर इमां...
दूबर बाटे सबसे किसान देशवा में
दूबर बाटे सबसे किसान देशवा में
रानी भरल खलिहान ई चइतवा में,
लिट्टी-चोखवा लगाउतू यही खेतवा में।लूहिया-लुहान से ई नाचाला कपरवा,
हमरे पसीनवाँ से लूटै ऊ लहरवा।
दूबर...
इंसान बनो | Insan bano kavita
इंसान बनो
( Insan Bano : Kavita )
ये हर तरफ क्या हो गया है,
क्यों हर जगह उदासी का मंजर है ।
लोग छोटी-छोटी बातों पर,
क्यों बेवजह...
कन्हैया पधारो हमारे अंगना | Kanhaiya Padharo hamare Angana
कन्हैया पधारो हमारे अंगना
( Kanhaiya padharo hamare angana )
कन्हैया पधारों आप हमारे भी अंगना,
शांति-समृद्धि की दे हमें शुभ कामना।
कही भटक न जाएं हम गलत...
शरद वेदना (ककहरा) | Kahkara sharad vedna
शरद वेदना (ककहरा)
( Sharad Vedna - Kahkara )
कंगरी सगरी लघु नीर भई
बदरी छतरी बनि धावत है।
खटिया मचिया सब ढील भये
हथिया बजरी पसरावत है।
गरवा हरवा...
एक से दस तक गिनती | Poem baccho ke liye
एक से दस तक गिनती
( Ek se das tak ginti )
एक बड़े राजा का बेटा,
दो दिन से मुर्दा सा लेटा।
तीन महात्मा सुन कर आए,
चार...
गुरु कुम्हार | Kavita
गुरु कुम्हार
( Guru kumhar )
गुरु कुम्हार शिष् कुंभ है गढ़ी गढ़ी कांठै खोट।
अंतर हाथ सहार दे बाहर बाहे चोट।
हर लेते हो दुख सारे खुशियों...