चाय की चुस्की | Chai ki Chuski
चाय की चुस्की
( Chai ki Chuski )
Love mindfulness on cup of tea
तेरी एक चुस्की पर मैं
सदा कुर्बान जाती हूँ
अदरक , लौंग,
इलायची,दालचीनी
हो न हो
चीनी कैसी...
परिणय बेला | Parinay Bela
परिणय बेला
( Parinay Bela )
भांवर संकल्पों से,निखर रही परिणय बेला
हिंदू धर्म वैवाहिक बंधन,
मनुज जीवन दिव्य श्रृंगार ।
द्वि पथिक दृढ़ प्रतिज्ञा,
हर पल संग आनंद बहार...
मौसम ने ली अंगड़ाई ठंडक आई | Thandak
मौसम ने ली अंगड़ाई ठंडक आई
( Mausam ne lee angdai thandak aai )
पवन चले पुरवाई मौसम ने ली है अंगड़ाई।
आया मौसम सर्दी का शीत...
सृष्टि की अत्युत्तम रचना है नारी | Nari par Kavita in...
सृष्टि की अत्युत्तम रचना है नारी
( Srishti ki ati uttam rachna hai nari )
कोमल निर्मल सरस भाव,
उरस्थ विमल सरिता ।
त्याग समर्पण प्रतिमूर्ति,
अनंता अनूप कविता...
गीले नयन | Geele Nayan
गीले नयन
( Geele nayan )
हो गये गीले नयन,
बीता हुआ कुछ याद आया।
मूल प्रति तो खो गई,
उसका सकल अनुवाद आया।
चित्र जो धुंधले हुये थे
इक समय...
एक कप चाय गरम | Chai Garam
एक कप चाय गरम
( Ek Cup Chai Garam )
जब भी मिलती हमें चाय-गरम,
खुल जाता है यह हमारा करम।
निकल जाते अंदरुनी पूरे भरम,
हम हो...
जीवन प्रिशा अनूप अनंत | Jeevan Prisha
जीवन प्रिशा अनूप अनंत
( Jeevan Prisha Anup Anant )
मानव जन्म सृष्टि पटल,
अलौकिक अनुपम छवि ।
देवत्व प्रभा मुखमंडल,
ओज पुंज सदृश रवि ।
स्नेह दया सहयोग मूल,
सदा...
हम तुम्हारे है सनम | Hum Tumhare Hain Sanam
हम तुम्हारे है सनम
( Hum Tumhare Hain Sanam )
मन में कभी तुम ना लाना प्रियवर ऐसा ये विचार,
छोड़ जायेगी हमको ऐसे कर देगी जीवन...
मैं तुम्हें चाहने लगा | Main Tumhe Chahne Laga
मैं तुम्हें चाहने लगा
( Main tumhe chahne laga )
प्रणय अनुबंध पर,मैं तुम्हें चाहने लगा
प्रेम पथ जगी लगन ,
तन मन अथाह मगन ।
देख दिव्य अक्स...
कीमती | Kimti
कीमती
( Kimti )
जीवन के उलझे धागों के,
सुलझे हुए रिश्ते हो,
नए मोड़ के फरिश्ते कहलाते हो..
बहुत डर था दिल में,
मानो मन को सवालों ने घेरा...